राजपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू 2005 से लगातार जीत दर्ज कर रही है। इस वजह से जदयू के लिए यह बहुत महत्व रखती है। 2015 के विधान सभा चुनाव में भी जदयू के संतोष कुमार निराला जीते थे। वही संतोष कुमार इस सीट से दो बार के विधायक हैं।
कई बार राजनीति की इतिहास में इस सीट को लेकर काफी गहमागहमी हुई है। राजपुर विधान सभा सीट का गठन 1977 को हुआ था। इस पर जनता पार्टी के प्रत्याशी नंदकिशोर ने जीत दर्ज की थी।
आपको बता दें, अब इस सीट पर दस बार चुनाव हुए हैं, जिन पर दो बार बीजेपी, एक बार कांग्रेस, एक बार सीपीआई और एक बार बीएसपी को जीत मिली है। लेकिन 2005 के बाद किसी और दल को यहां चुनाव में जीत हासिल नहीं हुई है।
2011 की जनगणना अनुसार, बक्सर जिले की इस सीट पर कुल जनसंख्या 4,49,400 है, जो गांव की आबादी है। यहां अनुसूचित जाति का दबदबा है। राजपुर की जनसंख्या की 18.9 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति और 0.87 फीसदी अनुसूचित जनजाति है।
वोटर लिस्ट के मुताबिक राजपुर विधान सभा क्षेत्र में 3,19,990 मतदाता हैं। यहां पर भाजपा, कांग्रेस, जेडी और राजद यहां की मुख्य पार्टियां हैं। लोकसभा चुनाव में यहां 54 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी।
2015 के विधानसभा में उन्होंने भारतीय जनता के प्रत्याशी विश्वनाथ राम 32,788 से हरा दिया था। संतोष कुमार निराला को 84,184 वोट मिले थे। साथ ही बहुजन समाज पार्टी के लालजी राम रहे थे जिनको 17,031 वोट मिले थे।
आपको बता दें जदयू के विधायक संतोष कुमार निराला अनुसूचित जाति के हैं। संतोष कुमार निराला का जन्म 1974 हुआ था। इन्होंने बीए एलएलबी पास की है। पहले ये बसपा के लिए चुनाव लड़ चुके हैं। जिसमें इन्हें हार का सामना करना पड़ा था।