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नई दिल्लीएक घंटा पहले
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सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम 2020-21 सीरीज-7 का सब्सक्रिप्शन ऑफर सोमवार 12 अक्टूबर को खुलेगा और शुक्रवार 16 अक्टूबर को बंद होगा
- ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल भुगतान करने वाले निवेशकों के लिए गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस 5,001 रुपए प्रति ग्राम होगा
- 31 अगस्त से 4 सितंबर तक खुले गोल्ड बांड्स सीरीज-6 के लिए 5,117 रुपए का इश्यू प्राइस तय किया गया था
सरकार अगले सप्ताह सॉवरेन गोल्ड बांड का सब्सक्रिप्शन ऑफर ला रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस 5,051 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है। सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम 2020-21 सीरीज-7 का सब्सक्रिप्शन ऑफर सोमवार 12 अक्टूबर को खुलेगा और शुक्रवार 16 अक्टूबर को बंद होगा।
बयान के मुताबिक आरबीआई की सलाह पर सरकार ने ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल भुगतान करने वाले निवेशकों को गोल्ड बांड पर 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। आरबीआई ने कहा कि ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस 5,001 रुपए प्रति ग्राम होगा। 31 अगस्त से 4 सितंबर तक खुले बांड्स सीरीज-6 के लिए 5,117 रुपए का इश्यू प्राइस तय किया गया था। आठवां सीरीज 9-13 नवंबर को आएगा।
प्रति ग्राम सोने के मल्टीपल पर तय होती है बांड की कीमत
सॉवरेन गोल्ड बांड का मूल्य प्रति ग्राम सोने के मल्टीपल के आधार पर निर्धारित होता है। यह बांड 8 साल में मैच्योर होता है। पांचवें साल में ब्याज भुगतान के दिन बांड से एक्जिट होने का अवसर मिलता है। यह बांड सिर्फ भारत के निवासी, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), ट्र्रस्ट्स, विश्वविद्यालय और चैरिटेबल संस्थान ही खरीद सकते हैं।
न्यूनतम 1 ग्राम सोने की कीमत का किया जा सकता है निवेश
सॉवरेन गोल्ड बांड में कम से कम एक ग्राम सोने का निवेश किया जा सकता है। अधिकतम निवेश सीमा एक व्यक्ति के लिए एक कारोबारी साल में 4 किलोग्राम, एचयूएफ के लिए भी 4 किलोग्राम और ट्रस्ट या उसके समान संस्थानों के लिए 20 किलोग्राम है। गोल्ड बांड को बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), निर्धारित डाक घरों और मान्यताप्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (बीएसई और एनएसई) से खरीदा जा सकता है।
37 किस्तों में 30.98 टन गोल्ड में कुल 9,652.78 करोड़ रुपए का हुआ निवेश
फिजिकल गोल्ड की मांग कम करने और सोना खरीदने में उपयोग होने वाले घरेलू बचत के एक हिस्से को फाइनेंशियल सेविंग में शिफ्ट करने के उद्देश्य से नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बांड योजना लांच की गई थी। आरबीआई की सालाना रिपोर्ट 2019-20 के मुताबिक लांच के बाद 37 किस्तों में सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बांड से कुल 9,652.78 करोड़ रुपए (30.98 टन सोना) जुटाए हैं। पिछले कारोबारी साल में सरकार गोल्ड बांड के 10 सब्सक्रिप्शन ऑफर लाई थी, जिससे सरकार ने कुल 2,316.37 करोड़ रुपए (6.13 टन) जुटाए।