लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चर्चित हाथरस कांड की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तेज कर दी है। घटना के 28 दिन बाद सीबीआई मंगलवार को फरेंसिक टीम के साथ बूलगढ़ी गांव में घटनास्थल पर पहुंची। जानकारी के मुताबिक 15 सदस्यों वाली सीबीआई की टीम ने क्राइम सीन का मुआयना किया। साथ ही गैंगरेप पीड़िता के भाई को भी क्राइम सीन पर लाया गया है। सूत्रों की माने तो सीबीआई की कोशिश क्राइम सीन रिक्रिएट करके सबूत जुटाने की है।
CBI टीम के आने से पहले हाथरस पुलिस ने घटनास्थल को अपने घेरे में ले लिया है। मौके पर कई पुलिसवाले मौजूद है। आमलोगों को घटनास्थल पर नहीं जाने दिया जा रहा है। उन्हें पहले ही रोक दिया जा रहा है। बता दें कि सीबीआई की टीम मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू करने वाली है।
इससे पहले सीबीआई ने हाथरस के मुख्य आरोपी के खिलाफ गैंगरेप, हत्या का प्रयास और हत्या के साथ एससी-एसटी ऐक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई की टीम से आने से पहले गांव में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। गांव के अंदर और घटनास्थल के पास भारी संख्या में पुलिस फोर्स है। सीबीआई ने इस केस और घटना से जुड़े सभी अहम कागजात और केस डायरी को भी खंगाला है।
1.5 किलोमीटर का इलाका सील
जानकारी के अनुसार सीबीआई की टीम के पहुंचने से पहले घटनास्थल के आसपास पूरे 1.5 किलोमीटर की परिधि को सील कर दिया गया है। इससे पहले तक यहां सभी लोगों का आना-जाना हो रहा था, लेकिन आज किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है।
घटनास्थल पर पहुंची सीबीआई
सीबीआई की टीम पीड़िता के भाई के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई है। यहां फॉरेंसिक टीम और सीबीआई सीन रीक्रिएट कर के देखेगी। बिटिया का भाई फिलहाल सीबीआई को पूरी जानकारी दे रहा है।
घटनास्थल की हुई फोटोग्राफी
सीबीआई ने गांव पहुंचकर सबसे पहले घटनास्थल की फोटोग्राफी करवाई। हर संभव तरीके से घटनास्थल को तस्वीरों में कैद किया गया। सीबीआई के साथ फॉरेंसिक टीम भी मौजूद है। मालूम हो कि पूरा गांव छावनी में तब्दील हो चुका है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है।
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