China Uighur Community; All You Need To Know Latest Report | चीन टेक्नोलॉजी के जरिए उइगरों के घर के अंदर तक नजर रख रहा, महिलाओं के गर्भाशय में उपकरण लगाकर बांझ बनाया जा रहा

बीजिंग10 घंटे पहले

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चीन उइगर मुस्लिमों को उनके रिवाज तक नहीं निभाने देता है। दाढ़ी बढ़ाने तक पर लोगों को नजरबंद कर लिया जाता है। -फाइल फोटो

  • अमेरिका में रह रही उइगर लेखक रेयान असत ने द फॉरेन पॉलिसी में आर्टिकल लिखा
  • चीनी सरकार ने 2017 से उइगर समुदाय की आबादी बढ़ने से रोकने का कैम्पेन शुरू किया है

चीन कई सालों से उइगर समुदाय का सफाया करने के लिए तरह-तरह की रणनीति बनाता रहा है। हाल के सालों में चीनी सरकार ने टेक्नोलॉजी के जरिए नरसंहार करना शुरू किया है। लोगों के घरों के अंदर तक नजर रखी जा रही है। महिलाओं को बांझ बनाया जा रहा है। अमेरिका में रहने वाली उइगर लेखक रेयान असत ने द फॉरेन पॉलिसी में एक आर्टिकल के जरिए चीनी नरसंहार को बयां किया है। रेयान ने लिखा कि नरसंहार यानी जीनोसाइड केवल किसी समुदाय के लोगों की बड़े पैमाने पर हत्या करने को ही नहीं कहते हैं। जीनोसाइड कन्वेंशन के अनुसार यह कई प्रकार से होता है, जैसे- 

  • किसी समुदाय की हत्या करना
  • समुदाय को गंभीर शारीरिक या मानसिक नुकसान पहुंचाना
  • समुदाय में बच्चों को पैदा होने देने से रोकना
  • समुदाय के बच्चों को जबरन दूसरे समूह में भेज देना

चीन भी इस कन्वेंशन का सदस्य है। फिर भी वह अपने ही कम्युनिटी के खिलाफ कन्वेंशन के कई मानकों को तोड़कर नरसंहार कर रहा है।

शिनजियांग में ग्रिड मैनेजमेंट सिस्टम लागू
रेयान के मुताबिक, चीन ने शिनजियांग प्रांत में ग्रिड मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया है। इसके जरिए वह उइगरों की जिंदगी के धार्मिक, पारिवारिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समेत हर पहलू पर नजर रख सकता है। इस सिस्टम के तहत शहरों और गावों को करीब 500-500 लोगों के वर्ग में बांटा गया है। हर वर्ग का एक पुलिस स्टेशन है, जिसके जरिए लोगों पर करीब से निगरानी रखी जाती है।

रोज लोगों के पहचान पत्र, डीएनए सैंपल, उंगलियों के निशान चेक किए जाते हैं। वीडियो सर्विलांस, स्मार्टफोन से हर एक व्यक्ति का डेटा कलेक्ट किया जाता है। रेयान के भाई एकपार असत उइगर बिजनेसमैन हैं। चीन की सरकार ने उन्हें घृणा फैलाने के आरोप में 15 साल जेल की सजा सुनाई है।

महिलाओं के गर्भाशय में जबरन डिवाइस लगाई
उइगर समुदाय में सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को उठानी पड़ी। 2017 में शिनजियांग सरकार ने कैंपेन शुरू किया था। मकसद था कि बर्थ कंट्रोल कानून को तोड़ने वाला एक भी केस नहीं आने देना। इसके चलते सरकार ने महिलाओं के गर्भाशय में जबरन डिवाइस लगा दी थी ताकि वे प्रेग्नेंट न हों सकें। 2015 से 2018 के बीच उइगर समुदाय की जनसंख्या वृद्धि दर 84% कम हो गई। 2017 और 2018 के बीच शिनजियांग के एक जिले में 124% बांझ महिलाएं और 117% विधवा महिलाएं बढ़ गईं।

सरकार की अनुमति के बाद ही हट सकते हैं उपकरण
2018 में चीन में आबादी थामने के लिए जितनी महिलाओं के गर्भाशय में उपकरण लगाए गए, उसमें 80% केवल शिनजियांग की थीं, जबकि शिनजियांग की आबादी चीन का आबादी का केवल 1.8% है। इन उपकरणों को केवल सरकार की अनुमति के बाद ही ऑपरेशन करके हटाया जा सकता है। 2019 में शिनजियांग के कासगर शहर में केवल 3% शादीशुदा महिलाओं ने ही बच्चों को जन्म दिया। चीनी सरकार उइगर समुदाय के सफाए के लिए हर तरकीब अपना रही है।

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