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15 मिनट पहले
आर्चर ने 8 टेस्ट में 33 और 14 वनडे में 23 विकेट लिए हैं। उन्होंने 1 टी-20 खेला, जिसमें उनके नाम 2 विकेट हैं। -फाइल फोटो
- बायो-सिक्योरिटी नियम तोड़ने के कारण जोफ्रा आर्चर को 5 दिन आइसोलेशन में रहना पड़ा, एक टेस्ट भी नहीं खेल सके थे
- तेज गेंदबाज आर्चर ने कहा- कई सोशल मीडिया प्रोफाइल को अनफॉलो और म्यूट कर दिया, ताकि रंगभेद जैसी बातों से बच सकूं
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर रंगभेद का शिकार हुए हैं। उन्हें लोगों ने सोशल मीडिया पर ऑनलाइन गलत बातें कहीं। आर्चर ने इसको लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से शिकायत की है। दरअसल, आर्चर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बायो-सिक्योर नियम तोड़ने के कारण 5 दिन आइसोलेशन में रहे थे। इसी दौरान उनके साथ यह वाकया हुआ।
इंग्लैंड टीम अपने घर में वेस्टइंडीज कोरोना के बीच बायो-सिक्योर नियम के तहत 3 टेस्ट की सीरीज खेल रही है। ऐसे में पहले मैच के बाद आर्चर नियम तोड़कर अपने घर चले गए थे। इस कारण उन्हें दूसरे मैच से बाहर कर 5 दिन आइसोलेशन में रहने के लिए कहा गया था।
‘कई सोशल मीडिया प्रोफाइल्स फॉलो करना बंद कर दिया’
आर्चर ने डेली मेल के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से मैंने कई सोशल मीडिया प्रोफाइल को फॉलो करना बंद कर दिया है। अकाउंट को म्यूट भी कर दिया ताकि में इनसे (रंगभेद जैसी बातों) से बच सकूं। मैं फिर से इन गैरजरूरी अकाउंट्स को फॉलो नहीं करूंगा। मैं जानता हूं मैच में दो विकेट लेने पर यह लोग वापस आ जाएंगे। हम बहुत ही अस्थिर दुनिया में रह रहे हैं।’’
आर्चर ने 8 टेस्ट में 33 और 14 वनडे में 23 विकेट लिए हैं। उन्होंने 1 टी-20 खेला, जिसमें उनके नाम 2 विकेट हैं।
‘मैं अब रंगभेद जैसी बातें सहन नहीं करूंगा’
तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में मैंने इंस्टाग्राम पर रंगभेद को लेकर काफी प्रताड़ना सही है। लोग गलत-गलत शब्द कह रहे हैं। अब मैंने तय कर लिया है कि बहुत हो गया है। हाल ही में 12 साल के बच्चे ने रंगभेद को लेकर क्रिस्टल पैलेस के फुटबॉलर विलफ्रैड जाहा को गलत बातें कही थीं। तब से मैंने यह सब नहीं सहने की ठान ली है, इसलिए ईसीबी से शिकायत कर दी।’’
खिलाड़ियों ने घुटने के बल बैठकर ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ मूवमेंट का सपोर्ट किया
अमेरिका में 25 मई को पुलिस की बर्बरता के कारण अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही दुनियाभर में रंगभेद के खिलाफ ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ मूवमेंट शुरू हुआ। वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में भी खिलाड़ियों ने घुटने के बल बैठकर इसका सपोर्ट किया।