न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 24 Aug 2020 05:55 PM IST
सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)
खास बातें
- कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व के मामले पर हो रही है कार्यसमिति की बैठक
- नेतृत्व में बदलाव के लिए 23 नेताओं ने लिखी थी सोनिया गांधी को चिट्ठी
- शुरुआत में ही विवाद, राहुल ने चिट्ठी को बताया भाजपा से मिलीभगत
- कपिल सिब्बल, गुलाम नबी पहले भड़के फिर बदल गए उनके सुर
लाइव अपडेट
05:48 PM, 24-Aug-2020
सोनिया गांधी बनी रहेंगी अंतरिम अध्यक्ष
कांग्रेस नेतृत्व को लेकर चल रहे विवाद में अब जानकारी आ रही है कि फिलहाल सोनिया गांधी ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बैठक में नेतृत्व बदलाव पर अभी कोई फैसला नहीं हो सका है और फिलहाल इस पद पर सोनिया गांधी ही रहेंगी। झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी सोनिया गांधी से पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। झारखंड कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि सोनिया के नेतृत्व के कारण पार्टी में स्थिरता है।
05:39 PM, 24-Aug-2020
हमने सीमा में रहकर मुद्दे उठाए : गुलाम नबी आजाद
सूत्रों ने बताया कि बैठक में मौजूद अंबिका सोनी ने कहा कि पार्टी के संविधान के तहत उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जिन्होंने पार्टी नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा। वहीं, गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने कहा कि वह मुद्दे उठाने में अपनी सीमा में थे। इसके बाद भी अगर किसी को लगता है कि यह अनुशासनहीनता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
05:37 PM, 24-Aug-2020
‘सोनिया और राहुल के नेतृत्व पर पूरा भरोसा’
जिन नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, उन्होंने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा है कि उन्हें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक उन नेताओं ने कहा, ‘संगठन की बेहतरी के लिए कुछ चिंताएं थीं, पत्र उन्हें जाहिर करने के लिए लिखा गया था। हमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है।’
05:35 PM, 24-Aug-2020
मुस्लिम नेता कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम रहेंगे : ओवैसी
कांग्रेस में भाजपा से सांठगांठ के आरोपों को लेकर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा, ‘गुलाम नबी आजाद हमें भाजपा की बी टीम कहा करते थे। अब, उनकी ही पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कह रहे हैं कि उन्होंने पत्र पर दस्तखत कर भाजपा से मिलीभगत की है। कांग्रेस में अपना समय बर्बाद कर रहे मुस्लिम नेताओं को सोचना चाहिए कि वह आखिर कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम बने रहेंगे।’
05:33 PM, 24-Aug-2020
मिलीभगत वाले बयान पर सुरजेवाला ने दी थी सफाई
भाजपा से मिलीभगत के बयान पर विवाद शुरू होने के बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला डैमेज कंट्रोल करने के लिए उतरे थे। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी की बात का वो मतलब नहीं था और न ही उन्होंने ऐसा कहा। कृपया झूठी मीडिया बातचीत या गलत सूचना के प्रसार से भ्रमित न हों। लेकिन हां, हम सभी को एक साथ मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ लड़ना है न कि एक-दूसरे को चोट पहुंचाने या कांग्रेस के खिलाफ।’ वहीं, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने बैठक में राहुल गांधी से कहा कि वे कांग्रेस पार्टी की कमान को अपने हाथों में लें।
05:25 PM, 24-Aug-2020
पत्र लिखने वाले नेताओं के बदले सुर, सोनिया गांधी बनी रहेंगी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष
हालांकि, बाद में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सफाई देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है। इसके थोड़ी देर बाद ही सिब्बल और आजाद दोनों के सुर बदल गए। पहले सिब्बल ने कहा कि वह अपना ट्वीट वापस ले रहे हैं क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें व्यक्तिगत तौर पर सब बातें बताई हैं। इसके कुछ ही देर बाद आजाद ने भी कहा कि राहुल गांधी ने न तो सीडब्ल्यूसी बैठक में और न बाहर भाजपा से मिलीभगत की बात कही है।