Lack of internet and smartphone in rural areas, so now students in madhya pradesh and jammu- kashmir are studying from radio after TV-mobile | ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट और स्मार्टफोन का अभाव, इसलिए अब टीवी- मोबाइल के बाद रेडियो से हो रही पढ़ाई

  • मध्यप्रेदश के स्कूल शिक्षा विभाग ने पिछड़े आदिम जाति क्षेत्रों में रेडियो के जरिए शुरू की क्लासेस
  • सिर्फ 55% स्टूडेंट्स के पास ही है इंटरनेट और स्मार्टफोन सेवा, इसलिए बाकियों के लिए शुरू की रेडियो पर क्लास

दैनिक भास्कर

Jun 14, 2020, 03:34 PM IST

कोरोना संकटकाल में पढ़ाई को लगातार जारी रखने के मकसद से सभी राज्य कई तरह के तरीके अपना रहे हैं। इसके लिए पहले इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन क्लासेस चलाई गई, तो कहीं टीवी के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है। इसी क्रम में अब मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर ने रेडियो का सहारा लिया है। दरअसल, इंटरनेट सेवाओं में परेशानी और स्मार्टफोन के अभाव में पढ़ाई को हो रहे नुकसान को देखते हुए दोनों प्रदेश क्षेत्रीय और सामुदायिक रेडियो चैनल के जरिए बच्चों की पढ़ाई जारी रखने में मदद कर रहे हैं।

प्रदेश में रोजाना एक घंटे की क्लास

मध्यप्रेदश के शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े आदिम जाति क्षेत्रों में स्कूल शिक्षा विभाग ने रेडियो के जरिए क्लासेस शुरू की है। इसके लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के वन्या सामुदायिक रेडियो केन्द्रों पर 8 जून से स्कूल कार्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा है। इसकी मदद से भावरा जिला अलिराजपुर (भीली), खालवा जिला खण्डवा (कोरकू), नालछा जिला धार (भीली), मेघनगर जिला झाबुआ (भीली), सेसईपुरा जिला श्योपुर (सहरिया), चिचोली जिला बैतूल (गोंडी), तामिया जिला छिन्दवाड़ा (भारिया), चाड़ा जिला डिण्डोरी (बैगानी) आदि में सोमवार से शनिवार रोजाना सुबह 11 बजे से 12 बजे तक शैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित किया जा रहा है। कार्यक्रम के प्रसारण से पहले स्थानीय भाषाओं में कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी प्रसारित की जाती है, ताकि पैरेंट्स इस कार्यक्रम के जरिए बच्चों की पढ़ाई जारी रख सकें। 

9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स को मिल रहा फायदा

वहीं, जम्मू और कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं में परेशानी और स्मार्टफोन के अभाव के चलते राज्य शिक्षा विभाग ने एक बड़ी पहल की है। ऑल इंडिया रेडियो का स्थानीय स्टेशन – AIR भाद्रवाह, जो लगभग पूरे डोडा जिले को कवर करता है, 29 मई से लगातार 101 MHz पर रोजाना डेढ़ घंटे की क्लासेस प्रसारित कर रहा है। दरअसल ,कम आय वाले और निजी ट्यूशन लगवाने में असमर्थ ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी लॉकडाउन के कारण स्कूलों को लंबे समय तक बंद हो जाने के फैसले से बहुत चिंतित थे। ऐसे रेडियो पर क्लास शुरू करने की इस पहल ने डोडा जिले में स्टूडेंट्स को कोरोनो और लॉकडाउन के बीच अपना कोर्स पूरा करने में मदद की है। राज्य में अधिकारियों ने 27 मार्च से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की थीं, जिससे जिले के सभी स्कूलों को जोड़ा गया था।

हालांकि, जब शिक्षा विभाग को पता चला कि जिले में सिर्फ 55 प्रतिशत स्टूडेंट्स के पास ही इंटरनेट और स्मार्टफोन सेवा मौजूद है, तो विभाग ने इसके लिए प्रसार भारती से अनुरोध किया कि वे  AIR भद्रवाह पर टाइम स्लॉट प्रदान करें। बाद में इसकी अनुमति मिलने पर 9वीं से 12 वीं के स्टूडेंट्स के लिए 29 मई से दैनिक आभासी रेडियो कक्षाएं शुरू की गईं।

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