Farmer’s son Vijay Makwana cracked JEE Advanced 2020, did not give up despite of scoring low in 12th and JEE Main, Dhoni’s patience and ability to perform inspired to achieve the goal | किसान के बेटे ने क्रैक किया JEE एडवांस्ड,12वीं और JEE मेन में कम स्कोर करने के बाद भी नहीं मानी हार, धोनी के धैर्य और प्रदर्शन की क्षमता ने किया प्रेरित

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3 घंटे पहले

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अहमदाबाद के 18 वर्षीय विजय मकवाना ने IIT में एडमिशन के लिए होने वाली JEE एडवांस्ड पास एक मिसाल पेश की है। विजय के पिता अहमदाबाद के नवी अखोल में एक छोटे से किसान हैं। मकवाना ने अनुसूचित जाति वर्ग में ऑल इंडिया रैंक 1,849 हासिल की है। विजय IIT खड़गपुर या रुड़की से कंप्यूटर या मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। विजय ने बताया कि वह मास्टर्स करना चाहते हैं, लेकिन बीटेक पूरा करने के बाद वह अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए नौकरी करेगा।

बड़े भाई ने इंडस यूनिवर्सिटी से पूरा किया एम टेक

50,000 रुपये से भी कम पारिवारिक वार्षिक आय वाले विजय को अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। विजय बताते है कि “मेरे पिता के लिए तीन बच्चों की शिक्षा का दिलाना करना आसान नहीं था। हालांकि, वे यह भी जानते थे कि गरीबी के चक्र को तोड़ने का एकमात्र तरीका शिक्षा ही है। विजय के बड़े भाई ने गुजरात सरकार के स्कॉलरशिप प्रोग्राम की मदद से इंडस विश्वविद्यालय, अहमदाबाद से एम टेक पूरा किया।

विसमो किड्स फाउंडेशन की मदद पूरी की पढ़ाई

विजय की पूरी शिक्षा अहमदाबाद के विसमो किड्स फाउंडेशन की मदद पूरी हुई। अपनी तैयारी के बारे में, विजय ने कहा, “कोचिंग संस्थान के नियमित अध्ययन और लगातार क्लासेस ने मेरी मदद की। पाठ्यक्रम सामग्री और ऑनलाइन मॉक टेस्ट ने भी मुझे एडमिशन एग्जाम को क्रैक करने में काफी मदद की। ” इसके अलावा, उन्होंने मैथ्स की तैयारी के लिए जी तेवानी की किताब और फिजिक्स के लिए एच सी वर्मा पर से अपनी पढ़ाई की।

एम एस धोनी है प्रेरणा

विजय को क्रिकेट खेलना पसंद है और वह क्रिकेटर एमएस धोनी के संघर्ष और उनकी सफलता से भी प्रेरित है। उन्होंने बताया कि “कठिन समय में उनके धैर्य और प्रदर्शन की क्षमता ने मुझे प्रेरित किया। जब मैं 12वीं की परीक्षा और JEE मेन में कुछ खास स्कोर नहीं कर पाया, तो मैंने धैर्य नहीं खोया और मैंने जेईई एडवांस क्रैक करने के लिए कड़ी मेहनत की।”

गाँव के बच्चों का समर्थन करना है मकसद

अपने लक्ष्य तक पहुंचने का विजय का सफर आसान नहीं था। राज्य बोर्ड परीक्षा और JEE मेन में यह कुछ खास नहीं कर पाएं। बोर्ड परीक्षा और एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के बीच संतुलन नहीं बना पाने की वजह से विजय ने गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं में 65 प्रतिशत और JEE मेन में रैंक 94.382 हासिल की।

विजय का मकसद अपने जैसे गाँव के कम उम्र के बच्चों का समर्थन करना है। विजय कहते है कि एक बार कमाई शुरू करने के बाद गांव के ब्राइट स्टूडेंट्स का आर्थिक रूप से समर्थन करूंगा। साथ ही टॉप टीचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए इंजीनियरिंग के कैंडिडेट्स को गाइड करूंगा।

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