पटनाकुछ ही क्षण पहले
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रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद मंगलवार को पटना स्थित लोजपा कार्यालय में ब्रह्मभोज हुआ। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान से मुलाकात की। तीनों एकसाथ आसपास बैठे थे।
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति के 3 सबसे अहम चेहरे मंगलवार को एक ही फ्रेम में नजर आए। मौका था पटना में लोजपा के दफ्तर पर रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद हुए ब्रह्मभोज का। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शाम 5:15 बजे पहुंचे तो गमगीन चिराग ने उनके पैर छुए, पर दोनों में औपचारिक बातचीत भी नहीं हुई। नीतीश और चिराग दोनों चुपचाप एक-दूसरे के आसपास बैठ गए।
10 मिनट बाद ही तेजस्वी यादव आए, वो भी साथ में बैठ गए। चिराग ने पैर तो नीतीश के छुए थे, पर मन की बात तेजस्वी से की। इसी दौरान कैमरामैन ने बिहार की राजनीति के कद्दावरों की फोटो खींच ली। तेजस्वी से चिराग की क्या बात हुई, यह किसी को नहीं पता, पर हुई जरूर। धीमी आवाज में कई बार तेजस्वी ने चिराग का मन हल्का किया।
फोटो से चुनावी तस्वीर साफ हुई
इस फोटो ने बिहार की चुनावी तस्वीर साफ कर दी है। वो ये कि बिहार में इस बार सत्ता की चाबी इन्हीं तीनों में से किसी एक के पास रहने वाली है। चिराग कई बार नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना की आलोचना कर चुके हैं। उधर, नीतीश इस पर कुछ नहीं बोले हैं। इसे भी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
तेजस्वी का इस पूरे प्रकरण में चुप रहना पोस्ट पोल अलायंस के गणित की तरफ इशारा कर रहा है। रामविलास पासवान से नीतीश और लालू दोनों से नजदीकी रिश्ते रहे हैं। और, राजनीतिक विरोध के बावजूद चिराग ने नीतीश और तेजस्वी को निमंत्रण दिया था।
सभी 38 जिलों में भी होगी श्रद्धांजलि सभा
ब्रह्मभोज के मौके चिराग ने पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों को अपने पिता की अस्थियां दीं और उसे अपने-अपने जिलों में श्रद्धांजलि सभा करने को कहा। चिराग ने कहा कि पापा का प्यार और विश्वास हर जिले के लोगों में था इसलिए मैं चाहता हूं कि सभी जिलों में उनका अस्थि कलश जाए और लोग उसका दर्शन कर सकें।
बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट भी दिखा
ब्रह्मभोज और श्रद्धांजलि सभा के दौरान लोजपा कार्यालय में स्व. रामविलास पासवान के समर्थकों का हुजूम उमड़ा पड़ा। चिराग के साथ सेल्फी लेने के लिए युवाओं में होड़ लगी रही। ऐसे मौके पर भी “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” की बड़ी होर्डिंग भी लगी रही। लोजपा की चर्चित पंक्ति “वे लड़ रहे हैं हम पर राज करने के लिए और हम लड़ रहे हैं बिहार पर नाज करने के लिए” भी बड़े-बड़े अक्षरों में दिखाई दी।
सुशील कुमार मोदी नहीं पहुंचे
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी श्रद्धांजलि सभा में नहीं पहुंचे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि लोजपा के नेता सांसद प्रिंस राज श्राद्ध का निमंत्रण देने घर आए थे, परंतु अस्वस्थ रहने के कारण मैं शामिल नहीं हो पा रहा हूं।