भाजपा ने शुक्रवार को बेगूसराय, पीरपैंती, बछवाड़ा, मोतिहारी, वैशाली, बनकटवा, नरकटिया, सरिसवां, चनपटिया, गोविंदगंज, हरसिद्धी, पिपरा, सीवान, छपरा, राजनगर, बसंतपुर, गोरियाकोठी, नौतन, बैकुंठपुर, रानीपोखर और दलसिंहसराय में जनसभाएं कीं। पार्टी ने बड़े नेताओं की पूरी फौज को बिहार में उतार दिया है।
भाजपा की 21 रैलियां
भाजपा ने शुक्रवार को एक दिन में कुल 21 रैलियां कीं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत कई नेताओं ने एक सात महागठबंधन पर हमला बोला।
पीरपैंती की सभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिना नाम लिए लालू प्रसाद पर करारा हमला किया। राजनाथ ने कहा कि अब किसी की हिम्मत नहीं है कि वो बिहार में लाठी रैली करने की हिम्मत कर सके।
राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है कि पुलवामा हमला उसने किया था बावजूद इसके विपक्ष चुप है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने चीन और पाकिस्तान को धूल चटा दी है। सिंह ने नीतीश कुमार के 15 वर्षों के शासनकाल को बिहार का स्वर्णिम काल बताया।
नीतीश की पांच जनसभाएं
जदयू की तरफ से खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पांच जनसभाएं कीं। नीतीश कुमार ने परबत्ता, खगड़िया, बेलसंड, शिवहर और रुन्नीसैदपुर में सभाओंम में कहा कि अब लालटेन का जमाना गया, हमने हर घर बिजली पहुंचा दी है। अगली बार मौका मिला तो गांव-गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाएंगे।
नीतीश ने कहा कि हमारी सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाया। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाए।
तेजस्वी की 16 सभाएं
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी एक दिन में कुल 16 सभाएं कीं। तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन अगर सत्ता में आया तो पढ़ाई, दवाई और सिचाई के मुद्दों के पर काम होगा। आज बिहार में चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है। नीतीश कुमार की सरकार ने 15 वर्षों से इस पर कोई काम नहीं किया है।