*Yearly subscription for just ₹249 + Free Coupon worth ₹200
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के मामले को लेकर बिहार और मुंबई पुलिस के बीच तनातनी बढ़ गई है। इसी बीच मंगलवार को बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मुंबई के अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं। हमारे चार अधिकारी मुंबई में छिप गए हैं। उनकी मंशा साफ नहीं है।
डीजीपी पांडेय ने कहा, ‘उन्होंने एक आईपीएस अधिकारी को जबरन क्वारंटीन कर दिया। यदि महाराष्ट्र सरकार को अपनी पुलिस पर गर्व है, तो हमें बताएं कि सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के 50 दिनों के बाद उन्होंने क्या किया है। मुंबई ने हमारे साथ सभी संचार माध्यम बंद कर दिए हैं। यह इस बात का इशारा है कि कुछ गलत है।’
डीजीपी ने आगे कहा, ‘हम जिसे भी भेजेंगे उसे क्वारंटीन कर दिया जाएगा। हमारे अफसर मुंबई में छिप गए हैं। सच कहूं तो अब मुझे भी डर लग रहा है। उनकी मंशा साफ नहीं है, वो हमें काम नहीं करने देंगे। मुंबई में मौजूद अधिकारियों ने फोन बंद कर दिए हैं। अब हम किसी अधिकारी को नहीं भेजेंगे। रिया चक्रवर्ती को मुंबई पुलिस पर अटूट विश्वास है।’
डीजीपी ने आगे कहा, ‘बिहार पुलिस सूचना के लिए भटक रही है। मैं जाऊंगा तो मुझे भी क्वारंटीन कर दिया जाएगा। एसपी के हाथ में कैदी की तरह मुहर लगा दी। बीएसमी को कल चिट्ठी लिखी थी कि आईपीएस अधिकारी को छोड़ दें।’ उन्होंने पूछा कि रिया चक्रवर्ती हमारे सामने क्यों नहीं आ रही हैं। रिया से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, उसे बेवजह नहीं फंसाएंगे। दिशा केस की फाइल कैसे डिलीट हो गई। उसका नाम सुनते ही मुंबई पुलिस भड़क जाती है।
सुशांत के पिता ने नीतीश कुमार से की बात सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और उन्हें अभिनेता की मौत के मामले की सीबीआई जांच के आदेश देने का अनुरोध किया।
बिहार पुलिस मुख्यालय के सूत्रों की मानें तो सुशांत की मौत की उलझी गुत्थी को सुलझाने के लिए सुपर कॉप माने जाने वाले डीआइजी रैंक के अधिकारी को मुंबई भेजने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए तीन नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमें मुंगेर डीआइजी मनु महाराज, एटीएस डीआइजी विकास वैभव और एसटीएफ डीआइजी विनय कुमार शामिल हैं। हालांकि इस बार अधिकारी को सड़क मार्ग से सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए भेजा जाएगा। ये तीनों ही सुपर कॉप राज्य के बड़े-बड़े अनसुलझे अपराधों को सुलझा चुके हैं।
पटना के आईजी ने बीएमसी आयुक्त को लिखा पत्र पटना के आईजी संजय सिंह ने बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर एसपी विनय तिवारी को छोड़ने की अपील की है। वहीं सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि आईपीएस अधिकारी के साथ जो हुआ वो गलत है। पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है। बिहार के डीजीपी खुद वहां के डीजीपी से बात करेंगे।
बॉम्बे हाईकोर्ट में आज होगी सुनवाई बॉम्बे उच्च न्यायालय में मंगलवार को सुशांत मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता की अध्यक्षता वाली पीठ इसपर सुनवाई करेगी। बता दें कि सुशांत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली थी। तब से लेकर अब तक मुंबई पुलिस 56 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के मामले को लेकर बिहार और मुंबई पुलिस के बीच तनातनी बढ़ गई है। इसी बीच मंगलवार को बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मुंबई के अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं। हमारे चार अधिकारी मुंबई में छिप गए हैं। उनकी मंशा साफ नहीं है।
डीजीपी पांडेय ने कहा, ‘उन्होंने एक आईपीएस अधिकारी को जबरन क्वारंटीन कर दिया। यदि महाराष्ट्र सरकार को अपनी पुलिस पर गर्व है, तो हमें बताएं कि सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के 50 दिनों के बाद उन्होंने क्या किया है। मुंबई ने हमारे साथ सभी संचार माध्यम बंद कर दिए हैं। यह इस बात का इशारा है कि कुछ गलत है।’
They’ve forcibly quarantined an IPS officer. If Maharashtra govt is proud of their police, then tell us what they’ve done in 50 days after death of Sushant S Rajput. Mumbai has closed all communication channels with us. This indicates that something is wrong: Bihar DGP G. Pandey pic.twitter.com/4AKjYAm68u
डीजीपी ने आगे कहा, ‘हम जिसे भी भेजेंगे उसे क्वारंटीन कर दिया जाएगा। हमारे अफसर मुंबई में छिप गए हैं। सच कहूं तो अब मुझे भी डर लग रहा है। उनकी मंशा साफ नहीं है, वो हमें काम नहीं करने देंगे। मुंबई में मौजूद अधिकारियों ने फोन बंद कर दिए हैं। अब हम किसी अधिकारी को नहीं भेजेंगे। रिया चक्रवर्ती को मुंबई पुलिस पर अटूट विश्वास है।’
डीजीपी ने आगे कहा, ‘बिहार पुलिस सूचना के लिए भटक रही है। मैं जाऊंगा तो मुझे भी क्वारंटीन कर दिया जाएगा। एसपी के हाथ में कैदी की तरह मुहर लगा दी। बीएसमी को कल चिट्ठी लिखी थी कि आईपीएस अधिकारी को छोड़ दें।’ उन्होंने पूछा कि रिया चक्रवर्ती हमारे सामने क्यों नहीं आ रही हैं। रिया से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, उसे बेवजह नहीं फंसाएंगे। दिशा केस की फाइल कैसे डिलीट हो गई। उसका नाम सुनते ही मुंबई पुलिस भड़क जाती है।
सुशांत के पिता ने नीतीश कुमार से की बात सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और उन्हें अभिनेता की मौत के मामले की सीबीआई जांच के आदेश देने का अनुरोध किया।
डीआइजी रैंक के अधिकारी को मुंबई भेजने पर विचार कर रही है बिहार पुलिस
बिहार पुलिस मुख्यालय के सूत्रों की मानें तो सुशांत की मौत की उलझी गुत्थी को सुलझाने के लिए सुपर कॉप माने जाने वाले डीआइजी रैंक के अधिकारी को मुंबई भेजने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए तीन नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमें मुंगेर डीआइजी मनु महाराज, एटीएस डीआइजी विकास वैभव और एसटीएफ डीआइजी विनय कुमार शामिल हैं। हालांकि इस बार अधिकारी को सड़क मार्ग से सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए भेजा जाएगा। ये तीनों ही सुपर कॉप राज्य के बड़े-बड़े अनसुलझे अपराधों को सुलझा चुके हैं।
पटना के आईजी ने बीएमसी आयुक्त को लिखा पत्र पटना के आईजी संजय सिंह ने बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर एसपी विनय तिवारी को छोड़ने की अपील की है। वहीं सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि आईपीएस अधिकारी के साथ जो हुआ वो गलत है। पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है। बिहार के डीजीपी खुद वहां के डीजीपी से बात करेंगे।
बॉम्बे हाईकोर्ट में आज होगी सुनवाई बॉम्बे उच्च न्यायालय में मंगलवार को सुशांत मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता की अध्यक्षता वाली पीठ इसपर सुनवाई करेगी। बता दें कि सुशांत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली थी। तब से लेकर अब तक मुंबई पुलिस 56 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।
CinemaBlend participates in affiliate programs with various companies. We may earn a commission when you click on or make purchases via links. Nowadays actor/producer Ryan Reynolds is synonymous with his role as the title character in the Deadpool franchise. The Merc with a Mouth became a sensation following the first […]