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- Yes Bank To Exit Mutual Fund Business; Inks Agreement For Sale Of Subsidiaries
नई दिल्ली27 मिनट पहले
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यस बैंक का कहना है कि अंतिम समझौते के मुताबिक सब्सिडियरी बिक्री का यह सौदा 8 से 12 महीने में पूरा हो जाएगा।
- यस बैंक और जीपीएल फाइनेंस के बीच सौदे को लेकर अंतिम समझौता हुआ
- सौदे को रेगुलेटरी मंजूरी मिलने के बाद बंद हो जाएंगी यस बैंक की सब्सिडियरी
निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक यस बैंक ने शुक्रवार को कहा कि वह म्यूचुअल फंड कारोबार से बाहर निकलने जा रहा है। इसके लिए बैंक ने असेट मैनेजमेंट एंड ट्रस्टी सब्सिडियरी की होल्डिंग की बिक्री कर दी है। रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, यस बैंक ने अपनी सब्सिडियरी यस असेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड (वाईईएसएएमसी) और यस ट्रस्टी लिमिटेड (वाईटीएल) की 100 फीसदी इक्विटी शेयर होल्डिंग बेचने के लिए जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के साथ 21 अगस्त को अंतिम समझौता कर लिया है।
प्रशांत खेमका को मिलेगा इस खरीदारी का लाभ
यस बैंक के मुताबिक, जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में 99 फीसदी हिस्सेदारी व्हाइट ओक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड की है। यस बैंक के म्यूचुअल फंड कारोबार को खरीदने का असली लाभ प्रशांत खेमका को मिलेगा। खेमका की व्हाइट ओक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड में 99.99 फीसदी हिस्सेदारी है। हालांकि, अभी इस सौदे को रेगुलेटरी की मंजूरी का इंतजार है। वाईईएसएएमसी यस म्यूचुअल फंड की असेट मैनेजमेंट कंपनी है, जबकि वाईटीएल यस म्यूचुअल फंड की ट्रस्टी कंपनी है।
सौदा पूरा होते ही बंद हो जाएंगी दोनों सब्सिडियरी
यस बैंक ने कहा है कि इस सौदे के पूरा होते ही उसकी दोनों सब्सिडियरी वाईईएसएएमसी और वाईटीएल सीज हो जाएंगी और बैंक म्यूचुअल फंड कारोबार से बाहर आ जाएगा। बैंक ने उम्मीद जताई है कि अंतिम समझौते के मुताबिक सब्सिडियरी बिक्री का यह सौदा 8 से 12 महीने में पूरा हो जाएगा। हालांकि, बैंक ने इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है। बैंक ने कहा है कि राशि इस सौदे के पूरे होने पर तय की जाएगी। बैंक के पास इस समय कोई प्रमोटर नहीं है। जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड एक नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) है।
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