पटना6 घंटे पहले
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राजद ने रघुवंश प्रसाद द्वारा लिखी गई चिट्ठी को भाजपा और जदयू की साजिश बताया है।
- राजद नेता वीरेंद्र ने कहा- आईसीयू में भर्ती मरीज कैसे पत्र लिख सकता है
- नीरज ने कहा कि राजद समाजवादी नेता के निधन के बाद अमर्यादित टिप्पणी कर रहा है
राजद के कद्दावर नेता रहे डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में राजद, जदयू दोनों दल के नेता शामिल हुए। वहीं, दूसरी ओर दिनभर रघुवंश प्रसाद द्वारा लिखी गई चिट्ठी पर भी विवाद होता रहा। राजद के नेताओं ने इसे भाजपा और जदयू की साजिश बताया दो भाजपा ने राजद को अनपढ़ और गंवारों की पार्टी कह दिया।
आईसीयू से कोई कैसे लिख सकता है पत्र: वीरेंद्र
राजद के विधायक वीरेंद्र ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा लिखे पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) से कैसे पत्र लिख सकता है। उन्होंने इसे एक साजिश बताया। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने रघुवंश को साधु-संत प्रवृत्ति का व्यक्ति बताते हुए कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही रघुवंश प्रसाद सिंह से भेंट की थी। उस समय वे नीतीश सरकार और मोदी सरकार की आलोचना कर रहे थे, जबकि लालू प्रसाद की प्रशंसा की थी। मैं तो पहले ही कहा है कि पत्र एक साजिश है।
जिंदा रहने पर सुध नहीं ली, निधन पर कर रहे अमर्यादित टिप्पणी: नीरज
जदयू के नेता और बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि राजद अब समाजवादी नेता के निधन के बाद अमर्यादित टिप्पणी कर रहा है। जिंदा रहने पर तो राजद के नेता ने उनकी सुध नहीं ली। उन्होंने जब अपनी भावना एक पत्र के माध्यम से व्यक्त की तो अब राजद नेता उसी पर सवाल उठा रहे हैं।
भाजपा ने राजद के नेताओं के बयान पर राजद को अनपढ़ और गंवारों की जमात तक करार दे दिया। भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कहा कि रघुवंश सिंह जब जिंदा थे तब तेज प्रताप यादव ने उन्हें लोटा भर पानी बताया और आज उनके जैसे विद्वान व्यक्ति की लेखनी पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं।
दिल्ली एम्स में हुआ था निधन
रविवार को रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। इससे पहले उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा था, जिसमें वैशाली गढ़ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को तिरंगा फहराने की मांग सहित कई अन्य मांगें रखी थी।
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