नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की शिकार पीड़ित की मंगलवार को दिल्ली में मौत के बाद कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा के राज में उत्तर प्रदेश ‘अपराध का गढ़’ बन गया। ऐसे में महिलाओं के खिलाफ होने वाली घटनाओं के लिए प्रदेश सरकार की जवाबदेही बनती है। कांग्रेस ने मांग की है कि पीड़ित को त्वरित न्याय मिले और इस मामले को फर्जी बताने की कोशिश करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि हाथरस गैंगरेप मामला उत्तर प्रदेश की सरकार पर बहुत बड़ा कलंक है। इस घटना के सामने आने के बाद करीब आठ दिनों तक मामला दर्ज नहीं किया जाता है। ऐसे में जब मीडिया का दबाव बढ़ता है तो मामला दर्ज होता है। इसमें सबसे दुखद बात है कि पूरी घटना को ही फर्जी बताने का आधिकारिक प्रयास भी किया जाता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अगर उप्र सरकार समय पर कार्रवाई करती तो लड़की की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने सवाल किया कि आखिर इस मामले में कदम उठाने में देर क्यों हुई? आरोपितों के खिलाफ रासुका क्यों नहीं लगाया जा रहा? योगी सरकार आज कल बुलडोजर चलवाने में व्यस्त है तो फिर आरोपितों के घर पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवाया जाता? इस दौरान उन्होंने पूरे मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हाथरस मामले को फर्जी बनाने की कोशिशों पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “राज्य के ‘वर्ग-विशेष’ जंगलराज ने एक और युवती को मार डाला। सरकार ने कहा कि ये फ़ेक न्यूज़ है और पीड़ित को मरने के लिए छोड़ दिया। ना तो ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना फ़ेक थी, ना ही पीड़ित की मौत और ना ही सरकार की बेरहमी।”
उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा के बदतर होते हालात के मद्देनजर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने मंगलवार को उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि हाथरस में जिस दलित बेटी के साथ बलात्कार हुआ, उसका आज दिल्ली में निधन हो गया। दुख की बात है कि न्याय के लिए परिवार को शिकायत दर्ज कराने के लिए भी भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते हाथरस की घटना की जवाबदेही आपकी है। दोषियों पर जल्द कड़ी कार्रवाई के साथ हम पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा दिलाने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जिस प्रदेश से चुनकर प्रधानमंत्री संसद जाते हैं, वहां की बेटियां सरकारी तंत्र की विफलता के कारण दम तोड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए योगी आदित्यनाथ को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितम्बर को पीड़ित के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
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