गयाएक घंटा पहले
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शुक्रवार की शाम गया के एसएसपी राजीव मिश्रा मृत बच्ची के गांव गए और मामले का जायजा लिया।
- परिजनों के अनुसार यह शर्मनाक वारदात बीते 29 सितम्बर को हुई थी
- घटना के वक़्त बच्ची अपनी सहेली के घर उसके जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने गई थी
बिहार में भी हाथरस जैसी शर्मनाक घटना सामने आई है। गया जिले की एक नाबालिग के साथ चार दिन पहले दरिंदों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। जघन्य वारदात के बाद उन दरिंदों ने पीड़िता को गांव के बघार में मरने के लिए छोड़ दिया था। बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए गया से पटना रेफर किया गया, जहां तीन दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद गुरुवार की रात उसकी मौत हो गयी।
शुक्रवार को परिजन उसका शव लेकर वापस गया पहुंचे जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद कोंच थाना में पांच नामजद के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। कोंच थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार की शाम गया के एसएसपी राजीव मिश्रा मृत बच्ची के गांव गए और मामले का जायजा लिया।
29 सितम्बर को हुई थी शर्मनाक वारदात
परिजनों के अनुसार यह शर्मनाक वारदात बीते 29 सितम्बर को हुई थी। घटना के वक़्त बच्ची अपनी सहेली के घर उसके जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने गई थी। वहीं से गांव के ही कुछ युवक उसे बहलाकर घर से बाहर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। फिर उसे मृत समझकर बधार में फेंक दिया था।
बधार में पड़ी मिली थी बच्ची
बहुत देर तक बच्ची घर नहीं लौटी तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो वह बधार में बेसुध पड़ी मिली। होश में आने के बाद उसने परिजनों को आपबीती बताई। फिर परिजनों ने इलाज के लिए उसे गया के एक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे पटना रेफर कर दिया गया। पटना में इलाज के दौरान गुरुवार की रात उसकी मौत हो गई। परिजनों के अनुसार परिवार की इज्जत की खातिर उनलोगों ने शुरू में मुंह बंद रखा था। फिलहाल मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।