गोपालगंज4 घंटे पहले
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रविवार को दुर्गा पूजा को लेकर शांति समिति की बैठक डीएम अरशद अजीज व एसपी मनोज कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपस्थित लोगों को कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा प्राप्त गाइडलाइन को अवगत कराया। बताया कि केंद्र सरकार व चुनाव आयोग के गाइडलाइन का अनुपालन सख्ती से किया जाए।
मंदिरों में कलश स्थापना कर पूजा की जा सकती है, परंतु शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पांच से सात लोग मंदिर में एक साथ नहीं जाएंगे। किसी भी तरह का पंडाल, सजावट या लाउडस्पीकर का प्रयोग पहीं करना है। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़, मेला, सामाजिक कार्यक्रम, धार्मिक आयोजन नहीं होगा। डीएम ने कहा कि गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सामूहिक प्रसाद वितरण पर भी रोक रहेगी: उन्हाेंने कहा कि सरकार ने दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सूबे में कोई मेला नहीं लगेगा। इसके अलावा लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दिया गया है। पंडाल का निर्माण नहीं किया जा सकता। सामूहिक प्रसाद वितरण पर भी रोक रहेगी। इस संबंध में गृह विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किया है।
जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि रावण दहन का कार्यक्रम सार्वजनिक स्थान पर आयोजित नहीं होगा। ऐसा करने पर भीड़ जमा होने की आशंका है। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क का प्रयोग तथा सामाजिक दूरी न्यूनतम 6 फीट का अनुपालन करना आवश्यक होगा। इस मौके पर हथुआ और सदर के एसडीओ, डीएसपी,जिले के सभी सीओ, बीडीओ और थानाध्यक्ष,पत्रकार,अधिवक्ता एवं गणमान्य लोग उपस्थति थे।
टेंट कारोबारी मायूस
स्थानीय लोगों ने कहा कि दुर्गापूजा के दौरान पंडाल निर्माण पर रोक लगाये जाने से टेंट कारोबारियों को मायूस होना पड़ा है। पूजा पंडाल नहीं बनने से पंडाल व्यवसायियों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना होगा। शहर के पूजा पंडालों के निर्माण से टेंट पंडाल व्यवसाय को काफी आमदनी होती रही है। पूजा पंडाल की तैयारियां पंडाल निर्माता छह महीने पहले ही शुरू कर देते थे। इस वर्ष पंडाल नहीं बनने से टेंट पंडाल व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ेगा।कोरोना महामारी की वजह से इस बार कई त्योहारों की रंगत फीका पड़ गया है।