देहरादून। उत्तराखंड पुलिस ने बीमा पॉलिसी और उपहारों का प्रलोभन देकर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन ठगों को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और नोएडा से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने ठगी के रुपये, मोबाइल और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी के अनुसार 12 अगस्त को डालनवाला निवासी महिला उमा कुमार ने थाना डालनवाला में तहरीर देकर कहा था कि उनके पति की दो साल पहले मौत हो चुकी है। अगस्त 2019 में उनके मोबाइल नम्बर पर एक अज्ञात मोबाइल नम्बर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम कृष्णानन्द मण्डल और खुद को फण्ड क्लीयरेन्स डिपार्टमेन्ट, दिल्ली का कर्मचारी बताया। उमा कुमार को उनके पति के नाम पर 64 लाख 90 हजार रुपये की बीमा पालिसी होने की जानकारी दी गयी। उसके पश्चात अलग-अलग नंबरों से अन्य व्यक्तियों ने भी उनसे संपर्क किया। इन लोगों ने उक्त पालिसी की धनराशि देने के नाम पर अलग-अलग खातों में लगभग 36 लाख रुपये लिये।
तहरीर के आधार पर थाना डालनवाला में धारा 420, 406, 120 बी भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। छानबीन के दौरान पता चला कि जिन मोबाइल नम्बरों से काल की गई थीं, वे सभी फर्जी आईडी से लिये गए थे। जांच के दौरान उक्त नम्बरों में एक संदिग्ध लगा, जो थाना पहासू, जिला बुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश) के ग्राम कुमरपुर निवासी अंकुर पाठक उर्फ बबलू पुत्र महेश पाठक के नाम पर था। पुलिस में शिकायत करने वाली महिला ने जिन बैंक खातों में पैसा जमा किया था, वे भी बुलन्दशहर के उसी क्षेत्र के पाये गये। इस सुराग के आधार पर पुलिस टीम बुलन्दशहर पहुंची और उक्त बैंक खातों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उनमें से दो बैंक खाते प्रशान्त शर्मा तथा हरवीर सिंह के नाम पर पाये गये। इनके पते तस्दीक करने पर सही पाये गये।
इसके बाद पुलिस ने इन व्यक्तियों के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से स्थानीय मुखबिर तंत्र के माध्यम से जानकारी जुटाई तो पता चला कि अंकुर पाठक नाम का व्यक्ति अपने अन्य साथियों प्रशान्त शर्मा व हरवीर सिंह के साथ मिलकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता है तथा उनके इस काम में कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। इसी आधार पर पुलिस ने 17 अक्टूबर की शाम हरवीर सिंह तथा प्रशान्त शर्मा को खुर्जा बुलन्दशहर से तथा इनसे मिली जानकारी के आधार पर रात्रि में अंकुर पाठक उर्फ बबलू को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को अंकुर पाठक से 1.10 लाख रुपये, प्रशांत शर्मा से एक आधार कार्ड, एक फोन, 1.70 लाख रुपये कैश मिले हैं। एक अन्य खाते में 1.90 लाख रुपये की राशि को फ्रीज कर दिया गया। इस अभियान में साइबर सेल के एसआई नरेश राठौर, दीपक धारीवाल, आराघर चौकी प्रभारी राजेश असवाल, कांस्टेबल प्रदीप चौहान, अरशद, संजय कुमार, एसओजी के कांस्टेबल मुकेश जोशी, प्रमोद और आशीष शर्मा शामिल थे।
पूछताछ के दौरान पता चला कि अंकुर पाठक उर्फ बबलू पहले नोएडा स्थित एक काल सेन्टर में कार्य करता था। नौकरी छोड़ने से पहले उसने कुछ लोगों के डेटा चोरी कर लिये थे और बाद में गिराेह बनाकर ठगी का धंधा शुरू कर दिया। वह सॉफ्टवेयर की मदद से फोन पर महिला की आवाज में बात करता था, जिससे लोग जल्द ही लालच में आकर ठगी का शिकार हो जाते थे। इस गिरोह के तार पश्चिम बंगाल, राजस्थान तथा अन्य राज्यों में सक्रिय इसी प्रकार के गिरोह से जुड़े हैं। इन्होंने पिछले दो वर्षों में बीमा पालिसी व अन्य प्रलोभनों के माध्यम से 25 से 30 लोगों के साथ ठगी की घटनाएं करना स्वीकार किया है।
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