- Hindi News
- Sports
- Union Minister Of State For Youth Affairs And Sports Kiren Rijiju Said Courier Company Will Return Money To The Chess Players
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नई दिल्ली31 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

ग्रैंडमास्टर श्रीनाथ नारायण (दाएं) ने कहा कि 12 मेडल के लिए DHL को 6,300 रुपए कस्टम ड्यूटी के रूप में दिया था।
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि वे इंडियन चेस टीम मेंबर्स के गोल्ड मेडल के लिए कस्टम ड्यूटी भुगतान करने वाली खबर सुनकर बेहद दुखी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘हम एथलीट्स तक पहुंच गए हैं। कस्टम और कूरियर कंपनी के बीच गलतफहमी की वजह से ये स्थिति उत्पन्न हुई। कूरियर कंपनी खिलाड़ियों को उनका पैसा लौटाएगी।’
रिजिजू ने कहा, ‘ये काफी दुखद है। मामले को सुलझा लिया गया है। कूरियर कंपनी ने अपनी गलती को स्वीकार लिया है और वे श्रीनाथ नारायण और बाकी खिलाड़ियों को उनका पैसा लौटा देंगे।’
I’m very upset with this news. My office has already reached out to the athlete. It was a case of misunderstanding between Customs and Courier company. The issue has been resolved. The company has acknowledged the slip up & will return the money to the athlete Srinath Narayanan. https://t.co/wL4XmDFvQs
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 5, 2020
मेडल्स के लिए करना पड़ा था कस्टम ड्यूटी का भुगतान
दरअसल, इंडियन चेस टीम को FIDE ऑनलाइन ओलंपियाड में जीते गए गोल्ड मेडल के लिए कूरियर कंपनी को कस्टम ड्यूटी का भुगतान करना पड़ा था। भारत और रूस FIDE ऑनलाइन ओलंपियाड के जॉइंट विनर्स घोषित किए गए थे। आमतौर पर, अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने के बाद विदेश से लौटने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए कस्टम ड्यूटी में छूट दी जाती है।
कस्टम ड्यूटी पे करने के बाद 12 गोल्ड मेडल्स मिले
वहीं, टीम के नॉन प्लेइंग कैप्टन ग्रैंडमास्टर श्रीनाथ नारायण ने एजेंसी से कहा था कि उन्होंने 12 मेडल के लिए DHL को 6,300 रुपए कस्टम ड्यूटी के रूप में भुगतान किया था। इसके बाद जाकर उन्हें मेडल मिला था। नारायण ने कहा कि उन्होंने DHL और कस्टम डिपार्टमेंट (बेंगलुरू) को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा और बताया कि ये मेडल्स उन्हें किस संबंध में मिले थे।
कस्टम ड्यूटी में छूट की कोई मांग नहीं की गई
इसके बाद चेन्नई के कस्टम्स के चेयरमैन ने कहा था कि न तो DHL एक्सप्रेस इंडिया लिमिटेड और न ही FIDE ऑनलाइन ओलंपियाड में गोल्ड मेडल जीतने वाले इंडियन चेस टीम के नॉन प्लेइंग कैप्टन ने रूस से आए मेडल्स के लिए कस्टम ड्यूटी में छूट की मांग की। उन्होंने कहा कि DHL ने 28 नवंबर को ग्रैंडमास्टर श्रीनारायण की ओर से 12 मेडल्स के लिए चेन्नई कस्टम्स में एंट्री बिल भरा था।
DHL ने एंट्री बिल भरते वक्त कोई दावा नहीं किया
उन्होंने कहा, ‘एंट्री बिल भरते वक्त DHL ने नोटिफिकेशन बेनीफिट के लिए भी दावा नहीं किया था और न ही उन्होंने कस्टम्स के असिस्टेंट कमिश्नर से छूट की मांग की। इसके बाद एंट्री बिल को 30 नवंबर को कस्टम्स के असेसिंग ऑफिसर के सामने पेश किया गया। एंट्री बिल की जांच पड़ताल के बाद मेडल्स को क्लियरेंस दे दिया गया था।’
गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम में आनंद और हंपी भी शामिल
FIDE ऑनलाइन ओलंपियाड में जीतने वाली इंडियन चेस टीम में विदित संतोष गुजराती (कप्तान), विश्वनाथन आनंद, पेंटाला हरिकृष्णा, कोनेरू हंपी, द्रोणावल्ली हरिका, अरविंद चिदंबरम, निहाल सरीन, आर प्रग्नानंधा, आर वैशाली, भक्ति कुलकर्णी, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल और श्रीनाथ नारायण शामिल थे।