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- Candidates Who Failed In NEET Will Also Be Able To Take Admission In BDS Course, Supreme Court Took Decision In The Case
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40 मिनट पहले
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नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET) में असफल हुए कैंडिडेट्स भी अब BDS यानी दांतों के डॉक्टर बनने के लिए एडमिशन ले सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के मुताबिक मेडिकल BDS कोर्स में अब नीट में फेल हो चुके कैंडिडेट्स भी एडमिशन ले सकते हैं। दरअसल, बहुत से मेडिकल कॉलेज में BDS की सीटें खाली होने के चलते कोर्ट ने यह फैसला किया है।
देश में खाली BDS की 7000 सीटें
सुप्रीम कोर्ट ने साल 2016 में यह फैसला लिया था कि जो कैंडिडेट NEET में 50 फीसदी से ऊपर नंबर लाएंगे, उनको ही MBBS और BDS में एडमिशन मिल सकेगा। 50 परसेंटाइल से कम आने पर कैंडिड्ट को किसी भी कोटे के तहत मेडिकल में एडमिशन नहीं मिलेगा। लेकिन वर्तमान में BDS की खाली पड़ी 7000 सीटों को भरने के लिए अब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर नया फैसला दिया है, जिसके तहत फेल छात्र भी BDS में एडमिशन ले सकेंगे।
13 सितंबर को हुआ NEET 2020
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) के फर्स्ट ईयर में एडमिशन के लिए NEET 2020 को 13 सितंबर 2020 को आयोजित किया गया था। डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एकेडमिक ईयर 2020-2021 के लिए BDS पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए क्वालिफाइंग कटऑफ परसेंटाइल को कम करने की सिफारिश की थी। जिन उम्मीदवारों ने डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंक हासिल नहीं करने वाले कैंडिडेट्स ने सुप्रीम कोर्ट से संपर्क किया था, जिस पर कोर्ट ने यह फैसला किया।
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