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- There Will Be A Case Study In IIM Nagpur On Dexterity Global Founded By Sharad Vivek Sagar
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पटना9 घंटे पहले
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अपने स्टूडेंट्स के साथ डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक व CEO शरद विवेक सागर (नीचे बैठे हुए)।
बिहार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित सामाजिक संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल को मैनेजमेंट के छात्र पढ़ेंगे। इसका गहन अध्ययन करेंगे। यह भी जानेंगे कि कैसे काफी कम समय में इस संगठन ने सफलता की बुलंदियों को छुआ। डेक्सटेरिटी ग्लोबल इस महीने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), नागपुर में एक केस स्टडी बनेगा। यह संगठन शिक्षा और लीडरशिप के क्षेत्र में काम करता है। इसकी स्थापना 2008 में पटना में 16 वर्षीय शरद विवेक सागर ने की थी। फोर्ब्स ने शरद को विश्व के 30 सबसे प्रभावशाली युवाओं की सूची में रखा था।
मैनेजमेंट स्टूडेंट को फायदा
IIM नागपुर की ओर से डेक्सटेरिटी ग्लोबल को पिछले 25 जनवरी को एक रिक्वेस्ट मिला था। ई-मेल से मिले इस रिक्वेस्ट में डेक्सटेरिटी ग्लोबल को मैनेजमेंट के छात्रों के लिए केस स्टडी के रूप में शामिल होने का आग्रह किया गया था। डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने इसे स्वीकार कर लिया क्योंकि संगठन का मानना है कि डेक्सटेरिटी की 13 वर्षों की लंबी यात्रा मैनेजमेंट स्नातकों को नया विजन और नए अनुभव प्रदान करेगी। साथ ही, संगठन को देशभर के मैनेजमेंट स्टूडेंट के विचारों और सुझावों से लाभ होगा।
केस स्टडी ऑनलाइन होगी
दरअसल, IIM नागपुर अपने एनुअल फेस्टिवल के दौरान राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतियोगिता आयोजित करता है। इसमें देशभर के IIM और बिजनेस स्कूलों के लगभग 500 स्टूडेंट हिस्सा लेते हैं। इस आयोजन में किसी ऐसे संगठन को केस स्टडी का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया जाता है जिसने सफलता के झंडे गाड़े हों और युवाओं को उनके सपनों की उड़ान को पंख देने में अहम भूमिका निभाई हो। इस बार केस स्टडी के लिए डेक्सटेरिटी ग्लोबल को आमंत्रित किया गया है। देशभर के टॉप मैनेजमेंट स्कूलों के 500 स्टूडेंट अब डेक्सटेरिटी के बारे में स्टडी करेंगे और अपने बहुमूल्य विचार देंगे। यह स्टडी ऑनलाइन होगी। संभवत: 15 फरवरी से इसकी शुरुआत होगी और 28 फरवरी को संपन्न होगी।
विदेशी यूनिवर्सिटी से भी आते हैं निवेदन
शरद सागर का कहना है कि प्रति वर्ष हमें यूरोप, अमेरिका और एशिया के विश्वविद्यालयों से केस स्टडी के निवेदन प्राप्त होते हैं। इस बार यह निवेदन एक प्रमुख भारतीय शैक्षणिक संस्थान IIM नागपुर से आया है। हमने मंजूरी दे दी है। मुझे यकीन है कि भारत के मैनेजमेंट के बेस्ट स्टूडेंट डेक्सटेरिटी ग्लोबल की प्रेरक यात्रा के बारे में जानने से काफी फायदा होगा। वे अपने नए विचारों के साथ हमारी इस यात्रा में योगदान भी देंगे।
65 लाख से भी अधिक युवा जुड़े
वर्ष 2008 में शरद सागर ने शैक्षिक अवसरों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना की थी। पिछले 13 वर्षों से यह संगठन अपने एजुकेशनल अवसरों और ट्रेनिंग सेशंस के माध्यम से देश के किशोरों एवं युवाओं को नए अवसर प्रदान कर रहा है। यह भारत के विभिन्न राज्यों में 65 लाख से भी अधिक किशोरों एवं युवाओं को शैक्षणिक अवसरों से जोड़ता और ट्रेंड करता है। संगठन के छात्र-छात्राओं ने दुनिया भर के शैक्षणिक संस्थानों से कुल 52 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति हासिल की है। कोरोना काल में डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने भारत के युवाओं के लिए 1000 इंटर्नशिप तैयार किए हैं। नगालैंड के वोखा से लेकर केरल के कन्नूर तक देश के 27 राज्यों एवं 310 जिलों के युवाओं को संगठन ने इंटर्नशिप के साथ करियर ट्रेनिंग भी प्रदान की है।
ओबामा ने व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था
डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक व CEO शरद सागर के शिक्षा और नेतृत्व के क्षेत्र में किए गए कार्यों को दुनिया भर में सराहा गया है। बराक ओबामा जब अमेरिका के राष्ट्रपति थे तब उन्होंने शरद सागर को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया। फोर्ब्स ने शरद को विश्व के 30 सबसे प्रभावशाली युवाओं की सूची में रखा था। रॉकफेलर फाउंडेशन ने उन्हें अगली सदी के 100 इनोवेटर्स की सूची में जगह दी। नोबेल पीस सेंटर ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया था। इंग्लैंड की महारानी ने उन्हें ‘क्वींस यंग लीडर्स’ में शामिल किया। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने उन्हें कौन बनेगा करोड़पति में देश के सबसे युवा एक्सपर्ट के रूप में आमंत्रित किया। रामकृष्ण मिशन ने उन्हें अपने वार्षिक कैलेंडर में जगह दी है। देश के प्रमुख अखबार दिव्य भास्कर ने उन्हें ’21वीं सदी के विवेकानंद’ की उपाधि दी। शरद खुद को स्वामी विवेकानंद का सेवक एवं समर्पित कार्यकर्ता मानते हैं।