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- Gandak, Bagmati, Adhwara Stayed While Kosi old Gandak Caught Pace, Kosi’s Tributaries Were Also In Spate
पटना5 घंटे पहले
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बिहार में कई बड़ी नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
- घटने लगी गंगा, बड़ी नदियां अभी भी खतरे के निशान के ऊपर
गंडक, बागमती, अधवारा जैसी बड़ी नदियों की रफ्तार थमी तो कोसी और बूढ़ी गंडक ने रफ्तार पकड़ ली। दोनों नादियां अधिसंख्य जगहों पर तेजी से बढ़ रही हैं। हाल यह है की नेपाल में कोसी की सारी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार ऊपर भाग रहा है। इसी तरह बूढ़ी गंडक का जलस्तर भी सभी स्थानों पर ऊपर बढ़ रहा है।
कोसी बलतारा में खतरे के निशान से 180 सेंटीमीटर ऊपर है और ऊपर ही भाग रहा है। यहां इसके जलस्तर में 10 सेंटीमीटर जबकि कुरसेला में 12 सेंटीमीटर बढ़नेका अनुमान है। कोसी की सहायक नदियां तमरकोसी, त्रिवेण, इंद्रावती, सनकोसी और सप्तकोसी का जलस्तर नेपाल में ख़तरनाक ढंग से बढ़ रहा है। मंगलवार को इसके जलग्रहण क्षेत्र में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। ऐसे बुधवार को भी यहां 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। इसी तरह बूढ़ी गंडक सिकंदरपुर, समस्तीपुर और खगड़िया में तेजी से बढ़ रही है।
उधर, गंगा का जलस्तर सभी जगहों पर अब घटने लगा है तो गंडक स्थिर हो गयी है। हलांकि इसके जलग्रहण क्षेत्र में अभी भी काफी पानी है। इसकी सहायक नदियों का पानीबढ़ रहा है।बागमती कुछ स्थानों पर बढ़ने के बावजूद अधिसंख्य जगहों पर या तो स्थिर है या फिर घट रही है। दो दिन पहले ही रिकार्ड बनाने वाली अधवारा भी घटने लगी है। यही हाल कमला बलान का है, उसका पानी भी शांत हो रहा है। महानंदा के तेवर में भी कई स्थानों पर नरमी है। परमान, खिरोई, खांडो के वेग पर भी रोक लगी है।
ये नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर:
कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, महानंदा, अधवारा, कमला बलान, खिरोई, खांडो
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