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- Sunil Gavaskar On Sourav Ganguly BCCI President Till 2023 World Cup BCCI Plea In Supreme Court News Updates
सुनील गावस्कर (दाएं) ने कहा- सौरव गांगुली (बीच में) भारतीय टीम की तरह बीसीसीआई को भी अपनी कप्तानी में नए मुकाम तक ले जाने में सक्षम हैं। -फाइल फोटो
- सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष रहेंगे या कूलिंग ऑफ पीरियड में जाएंगे, इस पर सुप्रीम कोर्ट में दो हफ्ते बाद सुनवाई
- बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर गांगुली का कार्यकाल जुलाई में खत्म हो रहा है, जबकि सचिव जय शाह को जून में खत्म हो चुका
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि वे 2023 वर्ल्ड कप तक सौरव गांगुली को ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद पर देखना चाहते हैं। गावस्कर ने कहा कि यह बोर्ड और खेल प्रेमियों के लिए बेहतर होगा। गांगुली में बीसीसीआई को ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता है।
गावस्कर ने एक अखबार के लिए कॉलम लिखा, बीसीसीआई ने अपने अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह का कार्यकाल बढ़ाने और बोर्ड के संविधान में संशोधन के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिया दायर की थी। इस पर दो हफ्ते बाद सुनवाई होगी। कोर्ट में क्रिकेट से पहले कई और जरूरी मामले सुनवाई के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन फिर भी क्रिकेट प्रेमियों को इस पर फैसले के आने का इंतजार है।
कोर्ट के फैसले का इंतजार
उन्होंने कहा कि वे निजी तौर पर चाहते हैं कि गांगुली 2023 वर्ल्ड कप तक बीसीसीआई के अध्यक्ष रहें। हालांकि कोर्ट क्या फैसला करती है, इसका इंतजार रहेगा। गांगुली ने जिस तरह भारतीय टीम की कप्तानी संभालते हुए ऊंचाईयों तक ले गए और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का विश्वास जीता था, उसी तरह वे और उनकी टीम बीसीसीआई को नए मुकाम तक ले जाने में सक्षम हैं।
3 साल का है कूलिंग ऑफ पीरियड
प्रशासकों की समिति (सीओए) ने नियम बनाया था कि कोई भी व्यक्ति स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन या बीसीसीआई में लगातार 6 साल किसी भी पद पर बना रहता है, तो उसे 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड (अनिवार्य ब्रेक) में जाना होगा। इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी मंजूरी दी थी।
गांगुली का बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा
गांगुली बंगाल क्रिकेट बोर्ड (सीएबी) के 5 साल 3 महीने तक अध्यक्ष रह चुके हैं। इस लिहाज से उनके पास बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर 9 महीने का कार्यकाल ही बचा था। पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई अध्यक्ष बनने वाले गांगुली का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा है, जबकि जय शाह भी गुजरात क्रिकेट संघ में सचिव रहने के बाद बीसीसीआई सेक्रेटरी बने हैं, उनका कार्यकाल जून में ही खत्म हो चुका है। नियमों के तहत दोनों को कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। अगर सुप्रीम कोर्ट नियमों में ढील की मंजूरी देता है, तो यह पद पर बने रह सकते हैं।