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- During The Lockdown, Customers Bought Food Items By Buying Gold Loans, Sales Of Noodles Increased From Chyawanprash, Know Where The Consumer Spent More
नई दिल्ली4 घंटे पहले
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन ने भारतीय कंज्यूमर्स की आदतों को बदल दिया है। उनके खर्च करने की तरीके भी बदल गए हैं
- लॉकडाउन में च्यवनप्राश से लेकर नूडल्स की बिक्री बढ़ी
- एचपी के लैपटॉप की 25 फीसदी बिक्री बढ़ी
- जूसर, मिक्सर, माइक्रोवेव और टोस्टर समेत होम अप्लायंसेज की बिक्री बढ़ी
कोरोना महामारी के दौरान सैलरी कटौती, नौकरी न होने से लोगों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, इससे निपटने के लिए लोगों ने सोने के एवज में लोन लेकर खाने पीने का सामना खरीदा। मतलब इमर्जेंसी में उनके लिए सोना एक बार फिर सहारा बना। यह अलग बात है कि पिछले एक दो महीनों में सोने ने अपना महंगाई का लेवल भी दिखा दिया है। इस दौरान लोगों ने च्यवनप्राश और नूडल्स जैसे पैकेज्ड फूड की ज्यादा खरीदारी की।
कोरोना ने भारतीय कंज्यूमर्स की आदतों को बदल दिया है
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन ने भारतीय कंज्यूमर्स की आदतों को बदल दिया है। उनके खर्च करने की तरीके भी बदल गए हैं। अब वे फालतू खर्च की बजाय अपने स्वास्थ्य, स्वच्छता से लेकर घर पर बोरियत मिटाने के लिए मनोरंजन के साधन पर सबसे ज्यादा खर्च कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ इनसे संबंधित कंपनियों को अच्छी खासी कमाई हो रही है। भारतीय कंज्यूमर के बीच ये अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे।
आइए जानते हैं लॉकडाउन के दौरान ग्राहकों ने सबसे ज्यादा कहां खर्च किया है–
- इम्युनिटी बूस्टर
कोरोना ने साफ-सफाई और हाइजीन की अहमियत को साबित किया है। भारत में अभी तक हाइजीन के स्टैंडर्ड विकसित देशों जैसे नहीं हैं लेकिन, अब इनमें बदलाव आता दिख रहा है। लोगों के खाने-पीने की आदतें भी इस वायरस के साथ बदलती दिख रही हैं। इस समय ग्राहक अपने हेल्थ को लेकर ज्यादा सजग हैं। इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाले प्रोडक्ट्स के प्रति रुचि दिखा रहे हैं। यही वजह है कि भारत में इस समय च्यवनप्राश, शहद और घी से लेकर हल्दी तक की खरीदारी में जबरदस्त तेजी देखी गई है।
च्यवनप्राश की बिक्री 283% बढ़ी
नीलसन होल्डिंग्स पीएलसी के अनुसार, जून में डाबर च्यवनप्राश की बिक्री 283% बढ़ी और डाबर शहद की बिक्री में 39% इजाफा हुआ है। डाबर इंडिया के मुताबिक, च्यवनप्राश की बिक्री में अप्रैल से जून तक 7 गुना इजाफा हुआ है। च्यवनप्राश इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। इस वजह से अगले कुछ माह तक इसकी बिक्री अच्छी होने की संभावना है। कंपनी ने मुताबिक, इम्युनिटी बूस्टर, हेल्थ और हाइजीन संबंधित प्रोडक्ट पर ग्राहक अधिक खर्च करना चाहते हैं।
वहीं, ब्रिक वर्क रेटिंग्स के अनुसार, योग गुरू रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने भी अप्रैल और जून के बीच अच्छी खासी कमाई की है। रामदेव का दावा है कि जून में लॉन्च की गई कोरोना किट कोरोनील की जबरदस्त बिक्री हो रही है। डिमांड इतनी है कि पूरा करना मुश्किल हो रहा है।
पैकेज्ड फूड्स की बिक्री में उछाल
मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद से पैकेज्ड फूड्स की बिक्री में उछाल देखी गई। क्योंकि ज्यादातर घर में रहनेवाले ग्राहक इस तरह की खरीदी कर रहे थे। इसमें प्रमुख रूप से ब्रेकफास्ट वाले आइटम ज्यादा थे। इसके बाद इंस्टैंट नूडल्स, राइस और कूकिंग फैट्स जैसे प्रोडक्ट की भी मजबूत बिक्री हुई। हालांकि इसी समय स्टॉक की कमी से जो मांग थी उसे कंपनियां पूरा भी नहीं कर पाईँ। नेस्ले इंडिया जिसकी इंस्टैंट मैगी नूडल्स काफी लोकप्रिय है, इसके रेवेन्यू में अच्छी वृद्धि देखी गई है। मार्च में समाप्त तिमाही में इसके रेवेन्यू में 10.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
- डिजिटल सर्विस
कोरोना के चलते लोग फेस टू फेस मिलने से बच रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे हैं। अनावश्यक बाहर निकलने से बच रहे हैं। ऐसे में कंज्यूमर पूरी तरह डिजिटल सर्विस का लाभ उठा रहे हैं। फिर चाहे शॉपिंग हो, वर्किंग-मीटिंग, भुगतान से लेकर एजुकेशन और बोरियत खत्म करने के लिए ऑनलाइन मनोरंजन के साधन। इन सबके लिए ग्राहक पूरी तरह डिजिटल प्लेटफार्म का सहारा ले रहे हैं।
बायजू ऐप बना स्टूडेंट्स का सहारा
लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के कारण ऑनलाइन ट्यूशन स्टार्टअप बायजू ऐप की डिमांड में जबरदस्त तेजी आई। बायजू एकमात्र भारतीय ऐप है जिसे लॉकडाउन के दौरान गूगल प्ले स्टोर पर दुनिया के 10 देशों में सबसे अधिक डाउनलोड किए गए शिक्षा ऐप में शामिल किया गया है। मार्च में 6 मिलियन से अधिक नए छात्र इस प्लेटफॉर्म से जुड़े और अप्रैल में 7.5 मिलियन हो गए।
वर्क फ्रॉम होम ने बढ़ाया लैपटाप का डिमांड
कोरोना काल की वजह से कई लोगों को घर से बैठकर काम करना पड़ा, जिसकी वजह से पर्सनल कंप्यूटर की मांग में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय डाटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के अनुसार साल 2020 की तिमाही में पूरे विश्व में पर्सनल कंप्यूटर की शिपमेंट 11.2 फीसदी की बढ़त देखी गई है। रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि एचपी लैपटॉप सबसे ज्यादा बिक रहे हैं, इन लैपटॉप की 25 फीसदी बिक्री हुई है। इसके बाद कुल लैपटॉप का 24.1 फीसदी लेनोवो बिका और डेल 16.1 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ टॉप तीन में आखिरी स्थान पर है।
तो वहीं, ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकार्ट का कहना है कि मार्च के बाद से कुल मिलाकर लैपटॉप की सर्च दोगुनी से अधिक हो गई है, जिसमें बेहतर काम करने वाला लैपटॉप सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है।
घर बना होम थिएटर
घरों में बंद रहने, बोरियत को खत्म करने के लिए भारतीय ग्राहकों का रुझान ओटीटी प्लेटफॉर्म की ओर ज्यादा देखा जा रहा है। नेटफ्लिक्स से लेकर अमेजन प्राइम वीडियो और जी 5 पर भारी संख्या में नए ग्राहक जुड़े हैं। जी5 कंपनी के प्रवक्ता ने मनी भास्कर को बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनके कंपनी का सब्सक्रिप्शन 2 गुना बढ़ा और यह अभी भी लगातार बढ़ रहा है। इसके यूजर्स के नंबर बढ़ रहे हैं।
उनके मुताबिक, पैसा देनेवाले यूजर्स की संख्या में अच्छी खासी बढ़त देखा जा रही है। ये यूजर्स कंटेंट देख रहे हैं और पूरे सब्सक्रिप्शन की संख्या की बात करें तो यह बढ़त की ओर है। पैसे देनेवाले यूजर्स की संख्या में 45 प्रतिशत की वृद्धि जबकि सब्सक्रिप्शन में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कनेक्टेड डिवाइस-स्मार्ट टीवी की खपत में हमने अच्छी वृद्धि देखी है। वीडियो व्यूज में करीबन 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रोजाना के एक्टिव यूजर्स के डाउनलोड में 33 प्रतिशत की बढ़त हुई है। ऐप डाउनलोड में 45 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
गोल्ड लोन से लोगों ने चलाया खर्च
नौकरी जाने और आर्थिक दिक्कतों की वजह से इस दौरान लोगों ने गोल्ड लोन लेकर अपना काम चलाया। इससे गोल्ड लोन देनेवाली कंपनियों की रेवेन्यू और उनके शेयरों में उछाल देखा गया। इसमें मुथूट फाइनेंस का शेयर 57 प्रतिशत अब तक बढ़ चुका है।
खाली समय का उपयोग कर रहे हैं ग्राहक
लॉकडाउन के कारण भारतीय अपने खाली समय को नए-नए प्रयोग करके काट रहे हैं। होम अप्लायंसेज आइटम की बिक्री में भी इजाफा हुआ है। फ्लिपकार्ट के अनुसार जुलाई में व्हाइट आइटम, जूसर, मिक्सर, माइक्रोवेव और टोस्टर सहित अन्य सामानों को सर्च किया गया है। वैक्यूम क्लीनर जैसे स्वच्छता उपकरणों की मांग जुलाई में चार गुना तक पहुंच गई।