France becomes first country to open borders, consular services for Indian students | इंडियन स्टूडेंट और रिसर्चर्स के लिए अपनी सीमाएं खोलने वाला पहला देश बना फ्रांस; फ्रांसीसी राजदूत लिनेन ने ट्वीट किया- आखिर इंतजार खत्म हुआ

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नई दिल्ली13 मिनट पहले

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फ्रांस के राजदूत ने कहा- छह लाख से ज्यादा स्टूडेंट फ्रेंच सीख रहे हैं। (फाइल फोटो)

  • 2019 में हायर स्टडी के लिए फ्रांस जाने वाले इंडियन स्टूडेंट की संख्या लगभग 10,000 है
  • राजदूत ने कहा कि फ्रांस के यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय छात्रों के स्वागत के लिए तत्पर हैं

महामारी के बीच फ्रांस इंडियन स्टूडेंट्स, रिसर्चर्स और टीचर्स के लिए अपनी सीमाएं खोलने वाला पहला देश बन गया है। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लिनेन ने ट्वीट किया- आखिर इंतजार खत्म हुआ। यह घोषणा करने में हमें खुशी है कि अब शॉर्ट-टर्म स्टे और लॉन्ग-टर्म स्टे स्टूडेंट हमारी वीजा सर्विस के लिए आवेदन कर सकते हैं।

इसके लिए इंडियन स्टूडेंट, रिसर्चर्स और टैलेंट पासपोर्ट वालों को इनवाइट किया गया है। 17 अगस्त से मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि के फ्रांसीसी वीजा सेंटर पर इसके लिए अप्लाई शुरू हो गया है। राजदूत ने एक बयान में कहा कि फ्रांस के यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय छात्रों के स्वागत के लिए तत्पर हैं।

छात्रों के लिए बेहतर माहौल

इमैनुअल लेनिन ने फ्रांस में स्टडी के लिए चुने गए हजारों भारतीय छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि फ्रांस सामान्य स्थिति में लौट रहा है। मुझे इस बात की खुशी है कि इसका सबसे पहले आपको फायदा होगा। फ्रेंच दूतावास पूरी तरह से यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि छात्र कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद, फ्रांस में बेहतर माहौल में अपनी स्टडी जारी रख सकें।

सर्दियों में लॉन्ग-टर्म वीजा पर तीन महीने से ज्यादा समय तक और शॉर्ट-टर्म स्टडी या इंटर्नशिप के लिए जाने वाले लिमिटेड स्टूडेंट को ही रहने की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा फ्रेंच एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन या रिसर्चर्स और लेबोरेटरी द्वारा इनवाइटेड प्रोफेसरों या रिसर्चर्स के लिए भी उपलब्ध है। यह उन लोगों के लिए भी है, जिनके पास वैलिड लॉन्ग-टर्म वीजा या टैलेंट पासपोर्ट है।

इंटरनेशनल ट्रैवल सर्टिफिकेट जरूरी

इन लोगों के पास फ्रांस के लिए इंटरनेशनल ट्रैवल सर्टिफिकेट होना चाहिए, जो फ्रांस के गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। ये सर्टिफिकेट डिपार्चर से पहले ट्रैवल कंपनी को और फ्रांस आने पर बॉर्डर कंट्रोल अधिकारियों को दिखानी है।

सर्टिफिकेट में यह भी होना चाहिए कि युवक में कोरोना के लक्षण नहीं है और डिपार्चर से 14 दिन पहले किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आया हो। फ्रांस पहुंचने पर कोरोना के लक्षण सामने आने वाले यात्रियों को सेल्फ आइसोलेशन में भेजा जाएगा।

22-31 अगस्त तक प्री-डिपार्चर सेशन

छात्रों को 22-31 अगस्त के दौरान प्री-डिपार्चर सेशन के लिए तैयार किया जाएगा, जिसे फ्रांस में ‘बिन-वेन्यू एन फ्रांस’ कहा जाता है। इसमें छात्रों को प्रशासनिक प्रक्रियाओं, आवास खोजने के तरीकों, पूर्व छात्रों से टिप्स और फ्रांस में स्टूडेंट लाइफ के लिए प्रैक्टिकल एडवाइस दिए जाएंगे।

फ्रांस में हायर स्टडी के लिए जाने वाले इंडियन स्टूडेंट की संख्या 2014 में 3,000 से बढ़कर 2019 में लगभग 10,000 हो गई है।

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