30% of the players said that they trolled on social media, 53% believed that they do not get funds from the club-governing body | 30% खिलाड़ियों ने कहा कि वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हुईं, 53% ने माना कि उन्हें क्लब-गवर्निंग बाॅडी से फंड नहीं मिलता

  • Hindi News
  • Sports
  • 30% Of The Players Said That They Trolled On Social Media, 53% Believed That They Do Not Get Funds From The Club governing Body

लंदन24 दिन पहले

  • कॉपी लिंक

53.3% खिलाड़ियों ने कहा कि उन्हें क्लब या गवर्निंग बाॅडी से फंड नहीं मिलता है। 21.9% ने कहा कि उन्हें 100 फीसदी फंडिंग होती है।

  • 39 खेलों की 1068 ब्रिटिश खिलाड़ियों के बीच सर्वे हुआ, 537 खिलाड़ियों ने दिया जवाब
  • खिलाड़ियों ने कहा उन्हें सेक्सिज्म का शिकार होना पड़ा है, 160 खिलाड़ियों ने कहा कि वे कभी ना कभी ट्रोलिंग का शिकार हुई हैं

ब्रिटेन की एलीट महिला खिलाड़ियों ने कहा कि सोशल मीडिया पर उन्हें कई बार अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। 30% खिलाड़ियों ने माना कि वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हुईं। उन्हें सेक्सिज्म का शिकार होना पड़ा है। यह सब निष्कर्ष बीबीसी के महिला खिलाड़ियों पर हुए सर्वे में निकला है।

यह सर्वे 39 खेलों की 1068 खिलाड़ियों के बीच हुआ, जिसमें से 537 ने जवाब दिए। 160 खिलाड़ियों ने कहा कि वे कभी ना कभी ट्रोलिंग का शिकार हुई हैं। यह पिछले सर्वे की तुलना में तीन गुना ज्यादा है।

पुरुष खिलाड़ियों के समान सपोर्ट नहीं मिलता लेकिन 22% ने माना पुरुषों के बराबर 100% फंडिंग मिलती है

  • 53.3% ने कहा कि उन्हें क्लब या गवर्निंग बाॅडी से फंड नहीं मिलता है। 21.9% ने कहा कि उन्हें 100 फीसदी फंडिंग होती है।
  • 48.5% ने माना कि उन्हें गवर्निंग बाॅडी से पुरुषों के समान सपोर्ट नहीं मिलता। 45.3% ने कहा समान व्यवहार होता है।
  • 84% को लगता है कि उन्हें प्रतिभा के अनुसार पर्याप्त भुगतान नहीं किया जाता और न ही उस हिसाब से प्राइज मनी दी जाती है।
  • 36% महिलाओं ने कहा कि मां बनने के बाद कमबैक करने के लिए उन्हें क्लब या एसोसिएशन से सपोर्ट नहीं मिलेगा।

खिलाड़ियों ने मीडिया कवरेज पर सवाल उठाए

  • 85% ने माना मीडिया महिला स्पोर्ट्स को प्रमोट नहीं करता।
  • 93% ने कहा कि 5 साल में महिला स्पोर्ट्स के 5 कवरेज में सुधार नहीं हुआ है।
  • 86% ने माना कि मीडिया पुरुष-महिला स्पोर्ट्स की अलग-अलग कवरेज रिपोर्ट करता है।

35% खिलाड़ी देरी से फैमिली स्टार्ट करती हैं

  • 60% को लगता है कि पीरियड्स के कारण प्रदर्शन प्रभावित होता है। पीरियड्स के कारण उन्होंने प्रैक्टिस और टूर्नामेंट छोड़ दिए।
  • 40% महिला खिलाड़ी कोच से पीरियड्स को लेकर चर्चा करने में कंफर्टेबल महसूस नहीं करतीं।

65% ने खेल में सेक्सिज्म अनुभव किया है लेकिन सिर्फ 10% ने रिपोर्ट किया

  • 20% को खेल में रेसिज्म का सामना करना पड़ा जबकि 77% को कभी नहीं।
  • 78% अपनी बॉडी इमेज को लेकर कॉन्शियस हैं, 20% काे ऐसा नहीं लगता।
  • 21% को लगता है कि कोरोना के बाद उन्हें खेल छोड़ना पड़ सकता है।

0

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

RBL Bank gets board nod to raise Rs 1,566 crore via preferential issue

Fri Sep 4 , 2020
The proposed allottees are: Baring Private Equity-owned fund Mapple II BV, ICICI Prudential Life Insurance Company, CDC Group, Gaja Trustee Company and Gaja Capital. The board of RBL Bank on Thursday cleared raising Rs 1,566 crore through preference share sale. The bank will allot 8.84 crore shares at a price […]

You May Like