The largest FPI investment in India in past 41 months | अगस्त में बड़े पैमाने पर देश में लौटे विदेशी निवेशक, शेयर और डेट बाजार में गत 41 महीने का सबसे बड़ा एफपीआई निवेश हुआ

नई दिल्ली24 मिनट पहले

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मार्च, अप्रैल और मई में बड़े पैमाने पर भारत से पैसे निकालने के बाद अगस्त में लगातार तीसरे महीने भारत में शुद्ध निवेशक बने रहे एफपीआई

  • अगस्त में एफपीआई ने देश के शेयर व डेट बाजारों में 49,879 करोड़ रुपए (6.662 अरब डॉलर) की खरीदारी की
  • रुपए मूल्य में इससे बड़ा एफपीआई निवेश साढ़े तीन साल पहले मार्च 2017 में 56,261 करोड़ रुपए का हुआ था
  • डॉलर मूल्य में इससे बड़ा निवेश एफपीआई ने डेढ़ साल पहले मार्च 2019 में 7.033 अरब डॉलर का किया था

भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट के बावजूद पिछले महीने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारत के पूंजी बाजार (शेयर व डेट बाजार) में भारी भरकम निवेश किया। नेशनल सिक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने अगस्त 2020 में देश के शेयर व डेट बाजारों में 49,879 करोड़ रुपए (6.662 अरब डॉलर) की खरीदारी कर ली। यह रुपए के मूल्य में गत 41 महीने में भारत में एफपीआई का सबसे बड़ा निवेश है। गौरतलब है कि अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी में 23.9 फीसदी गिरावट आई है।

भारतीय बाजार में इससे बड़ा निवेश एफपीआई ने 42 महीने (साढ़े तीन साल) पहले मार्च 2017 में 56,261 करोड़ रुपए (8.577 अरब डॉलर) का किया था। हालांकि डॉलर मूल्य में एफपीआई ने इस साल अगस्त में 17 महीने का सबसे बड़ा निवेश किया है। डॉलर मूल्य में इससे बड़ा निवेश एफपीआई ने डेढ़ साल पहले मार्च 2019 में 7.033 अरब डॉलर (48,751 करोड़ रुपए) का किया था, जो रुपए मूल्य के हिसाब से अगस्त 2020 के निवेश से कम है।

मार्च में एफपीआई ने भारत से 1,18,203 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की थी

एनएसडीएल के आंकड़े के मुताबिक कोरोनावायरस महामारी का वैश्विक प्रसार शुरू होने के बाद इस साल मार्च में एफपीआई ने भारत से 1,18,203 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की थी। अप्रैल में भी उन्होंने 14,859 करोड़ रुपए और मई में भी 7,356 करोड़ रुपए निकाले। इससे पहले एफपीआई ने जनवरी में 957 करोड़ रुपए और फरवरी में 8,970 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की थी।

जून, जुलाई और अगस्त में निवेशक बने रहे एफपीआई

अगस्त में एफपीआई लगातार तीसरे महीने भारत में शुद्ध निवेशक बने रहे। जून में एफपीआई ने भारतीय बाजार में शुद्ध 26,009 करोड़ रुपए और जुलाई में भी उन्होंने शुद्ध 3,301 करोड़ रुपए की खरीदारी की थी। सितंबर के पहले चार कारोबारी सत्रों (1-4 सितंबर) में भी एफपीआई ने भारतीय पूंजी बाजार में 1,589 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की है।

इस साल अब तक विदेशी निवेशकों ने 49,713 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की है

अगस्त में साढ़े तीन साल का सबसे बड़ा विदेशी निवेश होने के बाद भी इस साल अब तक के कुल आंकड़ा नकारात्मक जोन में है। इस साल अब तक एफपीआई ने भारतीय बाजार से 49,713 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की है। इस दौरान उन्होंने शेयरों में 35,455 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया और डेट बाजार से 1,12,914 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की। इसके अलावा उन्होंने डेट-डीवीआर में 17,050 करोड़ रुपए और हाइब्रिड सेगमेंट में 10,700 करोड़ रुपए लगाए।

कोरोनावायरस महामारी के बावजूद जून तिमाही में 554 कंपनियों ने लाभांश देने की घोषणा की

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