Tech companies are giving extra holidays to take care of children, employees who have no children are treating it as discrimination | टेक कंपनियां बच्चों की देखभाल के लिए दे रहीं एक्स्ट्रा छुट्टियां, जिन कर्मचारियों के बच्चे नहीं वे इसे भेदभाव मान रहे

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नई दिल्ली2 घंटे पहले

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सिलिकाॅन वैली, सैनफ्रांसिस्को कैलिफोर्निया में फेसबुक का नया मुख्यालय।

  • फेसबुक, ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल ने बच्चों की देखभाल के लिए कर्मियों को अतिरिक्त छुटि्टयां दीं
  • सबसे अधिक आपत्तियां फेसबुक की अंदरूनी बैठकों और मैसेज बोर्ड पर संदेशों में सामने आईं

(दाइसुके वाकाबयाशी, शीरा फ्रेंकेल) अमेरिका में कोरोना वायरस फैलने के बाद स्कूल और बच्चों की देखभाल के सेंटर बंद होने से माता-पिता के लिए समस्याएं खड़ी हो गईं। इस स्थिति में टेक्नोलॉजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की मदद की है। उन्हें सुविधाएं दी गईं है। बच्चों का ख्याल रखने के लिए पैरेंट्स को अधिक समय और छुटि्टयां दीं। कुछ समय बाद उन कर्मचारियों ने एतराज किया जिनके संतान नहीं है।

फेसबुक के कर्मचारियों की एक बैठक में ऐसी नीतियों पर सवाल खड़े किए गए जिनसे पैरेंट्स को ही फायदा है। टि्वटर में मैसेज बोर्ड पर विवाद सामने आया है। एक कर्मचारी जिसके कोई बच्चा नहीं है, उसने बच्चे की देखभाल के लिए छुट्टी लेने वाले एक कर्मचारी पर आरोप लगाया है।

सेल्स फोर्स कंपनी में पैरेंट्स को छह सप्ताह की सवैतनिक छुट्टी देने का अधिकांश कर्मचारियों ने स्वागत किया था। लेकिन, एक मैनेजर ने बताया कि दो संतानहीन कर्मचारियों ने पैरेंट्स को अधिक सुविधाएं देने की शिकायत की है। कई टेक कंपनियों के ऐसे कुछ कर्मचारी कहते हैं कि वे उपेक्षित महसूस करते हैं। दूसरी ओर पैरेंट्स का कहना है, उनके संतानहीन सहयोगी नहीं समझते हैं कि काम और बच्चे पालने के बीच कैसे संतुलन बना सकते हैं। खासतौर से देखभाल सेंटरों के बंद होने से दिक्कत हुई है। फिर उन्हें बच्चों को घर पर पढ़ाना भी पड़ता है।

उन टेक्नोलॉजी कंपनियों में विवाद अधिक है, जहां युवा कर्मचारी अधिक हैं। वे भरपूर काम के बदले आकर्षक वेतन और सुविधाओं की अपेक्षा रखते हैं। महामारी फैलते ही सबसे पहले टेक कंपनियों ने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दी। स्पष्ट हो गया कि बच्चे घर में रहेंगे तो उन्हें उदारता से छुटि्टयां और अतिरिक्त छूट दी गई। पैरेंट्स और संतानहीन कर्मचारियों के बीच सबसे अधिक तनाव फेसबुक में है।

मार्च में फेसबुक ने बच्चों और बीमार बुजुर्ग रिश्तेदारों की देखभाल के लिए कर्मचारियों को दस सप्ताह की सवैतनिक छुट्टी दे दी। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने भी ऐसी ही सुविधा दी है। फेसबुक के प्रमुख मार्क जकरबर्ग ने कहा कि कंपनी 2020 के पहले छह महीनों के काम के आधार पर कर्मचारियों का मूल्यांकन नहीं करेगी। टि्वटर में भी विवाद चल रहा है। वहां कर्मचारियों को असीमित छुटिट्यों की सुविधा है। एक कर्मचारी ने लिखा, पैरेंट्स कर्मचारियों ने अधिक छुट्टियां ली हैं।

स्टाफ के तीन सदस्यों ने बताया कि पिछले कुछ समय से फेसबुक ने आंतरिक फोरमों पर चर्चा बंद कर दी है। उसके ऑफिस अक्टूबर तक बंद रहेंगे। कैलिफोर्निया में ऑनलाइन स्कूल शुरू होने पर कंपनी ने अगस्त में कहा कि उसकी छुटि्टयों की नीति जून 2021 तक जारी रहेगी। इस साल कुछ छुटि्टयां लेने वाले कर्मचारी अगले साल भी दस हफ्ते की छुट्टी ले सकते हैं। इससे वे कर्मचारी असंतुष्ट हैं जिनके बच्चे नहीं हैं। कुछ ने लिखा कि कंपनी को उनकी जरूरतों की कम चिंता है।

कर्मचारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग में सवाल उठाए गए

फेसबुक की मुख्य ऑपरेटिंग अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग ने 20 अगस्त को कंपनी के सभी कर्मचारियों की वीडियो कांफ्रेंस बुलाई थी। दो हजार से अधिक कर्मचारियों ने पूछा फेसबुक ऐसे कर्मचारियों के लिए क्या कर रही है जिनके बच्चे नहीं हैं। एक कर्मचारी ने लिखा, यह अनुचित है कि संतानहीन लोगों को ऐसी सुविधाएं नहीं हैं, जैसी पैरेंट्स कर्मियों को दी गई हैं।

बच्चों वाले एक कर्मचारी ने लिखा, यह सवाल हानिकारक है। सैंडबर्ग ने कहा, वे पैरेंट्स को फायदा पहुंचाने के सवाल से असहमत हैं। सभी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए एक हजार डॉलर दिए गए हैं। सामान्य बोनस हर किसी को मिला है।

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