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- India China Ladakh Tension | Amid Tension On The Ladakh Border External Affairs Minister S Jaishankar To Meet Chinese Counterpart Wang Yi In Moscow.
मॉस्को2 घंटे पहले
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मॉस्को में विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच लद्दाख में सीमा तनाव कम करने पर बातचीत हुई। (फाइल)
- भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव जारी है, चीनी सैनिक अब पैंगॉन्ग सो लेक में जमा हो रहे हैं
- पिछले हफ्ते मॉस्को में ही भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात हुई थी, हालांकि इससे तनाव कम नहीं हुआ
लद्दाख में जारी तनाव के बीच मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच करीब ढाई घंटे तक बैठक हुई। रात आठ बजे के बाद हुई मीटिंग में एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर बढ़े तनाव को लेकर चर्चा हुई। हालांकि, मीटिंग के बाद अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में हिस्सा लेने के लिए दोनों देशों के विदेश मंत्री मॉस्को में है। इस मीटिंग में तीसरा देश रूस है और यहीं इस सालाना मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है। पिछले हफ्ते एससीओ देशों के रक्षा मंत्री भी यहां मौजूद थे।
भारतीय सेना की चीन की हरकतों पर नजर
लद्दाख में पैंगॉन्ग सो झील के दक्षिणी हिस्से में मौजूद पहाड़ियों पर कब्जा करने की साजिश को पिछले दिनों भारतीय सैनिकों ने नाकाम कर दिया था। बुधवार को जानकारी मिली कि चीन अब उत्तरी इलाके में सैनिक और हथियार जमा कर रहा है। इतना ही नहीं वो यहां कुछ कंस्ट्रक्शन भी कर रहा है। भारतीय सेना चीन की हरकतों पर पैनी नजर रख रही है।
हालात बेहद तनावपूर्ण
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को चीनी सैनिकों ने मुकपारी इलाके में घुसपैठ की कोशिश की थी। करीब चार दशक बाद इस इलाके में फायरिंग भी हुई थी। यहां अब भी भारतीय और चीनी सैनिक सिर्फ 200 से 300 मीटर की दूरी पर आमने-सामने हैं। इस क्षेत्र में तनाव सबसे ज्यादा है। पैंगॉन्ग सो लेक के उत्तरी इलाके में दोनों देशों के सैनिकों के बीच सिर्फ 500 मीटर की दूरी है। फिंगर 3 और 4 के इलाके में भी टकराव की आशंका है।
मई के बाद तीसरी बार बातचीत
भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव की शुरुआत मई के पहले हफ्ते में हुई थी। इसके बाद दोनों विदेश मंत्रियों के बीच यह सिर्फ तीसरी बातचीत होगी। 15 जून को हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे। चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। हालांकि, उसने इसकी औपचारिक जानकारी नहीं दी थी। 17 जून को वांग यीन ने जयशंकर से फोन पर बातचीत की थी। 23 जून को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जयशंकर से संपर्क किया था। अब मॉस्को में दोनों आमने-सामने होंगे।
हालांकि, मई से अब तक दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक चैनल्स और मिलिट्री लेवल पर बातचीत होती रही है।
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