- Hindi News
- Local
- Bihar
- Bihar Election 2020 News Upate: NDA On Mahagathbandhan, RJD’s Protest Against Agricultural Bill
पटना10 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा नेता-कार्यकर्ता के पलायन से राजद बौखला गई है और प्रदर्शन कर रही है।
- जदयू ने कहा घटक दल के नेताओं के पलायन से बौखला गई है पार्टी तो भाजपा ने चुनावी मुद्दा ढूंढने का बताया प्रयास
- कहा स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को राजद ने किया था खारिज, पहला पन्ना पढ़ लेते तेजस्वी तो किसानों का हित हो जाता
कृषि बिल को लेकर राजद के प्रदर्शन पर जदयू और भाजपा ने आक्रामक हमला बोला है। जदयू ने जहां राजद के नेता-कार्यकर्ताओं के पलायन से बौखलाया प्रदर्शन बताया तो वहीं भाजपा ने तेजस्वी यादव को स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट पढ़ने की नसीहत दे डाली। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव और राजद मुद्दे ढूंढने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन पहले ही कोमा में जा चुका है। घटक दल के नेता और कार्यकर्ताओं के पलायन से पार्टी बौखला गई है, जिसके कारण वह प्रदर्शन कर रहे हैं। राजद और महागठबंधन जनता को भ्रमित करने में लगी हुई है लेकिन बिहार की जनता बहुत समझदार है। लोकसभा चुनाव की तरह ही बिहार चुनाव में भी राजद और उसके साथियों को मुंह की खानी पड़ेगी।
बीजेपी ने कहा पार्टी ढूंढ रही चुनावी मुद्दा
जेडीयू के साथ बीजेपी ने भी राजद के विरोध प्रदर्शन को पूरी तरह से फेल बताया। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुका है। तेजस्वी यादव की चुनावी मुद्दा तलाश नहीं कर पा रहे हैं। पहले इन्होंने कोरोना फिर बाढ़ को मुद्दा बनाया लेकिन सरकार के कार्यों के आगे इनकी कोशिशें पूरी तरह फेल हो गईं। अब कृषि बिल के विरोध में निकले हैं और जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ है। तेजस्वी यादव पर चुटकी लेते हुए आनंद ने कहा कि उन्होंने कभी स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों का पहला पन्ना भी नहीं पढ़ा होगा।अगर उन्होंने इस रिपोर्ट को पढ़ लिया होता तो वह इस तरह से प्रदर्शन नहीं कर रहे होते ।यूपीए सरकार के समय आई स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को यूपीए सरकार ने ठंडे बस्ते में रखा और इसकी उपेक्षा की। किसानों के उत्थान से जुड़ी कमेटी की रिपोर्ट किसानों को लाभ दिलाने वाली है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसा को लागू करना शुरू किया है इसलिए विपक्षी दल चिंतित है।
0