न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Fri, 23 Oct 2020 04:40 PM IST
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भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता एकनाथ खडसे शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। मुंबई में हुए इस कार्यक्रम के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे। महाराष्ट्र में ओबीसी समुदाय का बड़ा चेहरा माने जाने वाले खडसे ने बुधवार को भाजपा का साथ छोड़ने का एलान किया था।
भूमि पर कब्जा करने के आरोपों को लेकर साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे एकनाथ खडसे (68) ने बुधवार को भाजपा छोड़ दी थी। उसी दिन, प्रदेश एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने खडसे के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी।
महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता एकनाथ खडसे मुंबई में एनसीपी के मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुए। बता दें कि एनसीपी, राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में शिवसेना और कांग्रेस के साथ शामिल है। राज्य की यह महा विकास अघाड़ी सरकार 11 महीने पहले सत्ता में आई थी।
एनसीपी में खडसे के औपचारिक रूप से दोपहर दो बजे शामिल होने का कार्यक्रम था, लेकिन इसमें करीब एक घंटे की देर हुई क्योंकि पवार पार्टी के नेता और राज्य में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के साथ एक बैठक में थे। इससे पहले खडसे ने बुधवार को फडणवीस पर उनका जीवन और राजनीतिक करियर बर्बाद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
बदल सकते हैं उत्तर महाराष्ट्र के समीकरण
कहा जा रहा है कि खडसे के एनसीपी में आने से जलगांव में भाजपा का किला ढह जाएगा। उत्तर महाराष्ट्र यानि खानदेश की राजनीति बदल जाएगी और अब तक पश्चिम महाराष्ट्र में सबसे मजबूत स्थिति में रही एनसीपी के लिए इस इलाके में भी अच्छे दिन आएंगे। लेकिन भाजपा नेता ऐसा नहीं मानते हैं।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जलगांव जिला भाजपा का है। वहां नेता नहीं कार्यकर्ता पार्टी की जान हैं। दूसरी ओर, एनसीपी के प्रदेश सचिव रवींद्र पवार कहते हैं कि खानदेश के जलगांव, नांदुरबार और धुले जिले में खडसे का अच्छा जनाधार है। खडसे के पार्टी में शामिल होने से उत्तर महाराष्ट्र में पार्टी मजबूत होगी।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता एकनाथ खडसे शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। मुंबई में हुए इस कार्यक्रम के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे। महाराष्ट्र में ओबीसी समुदाय का बड़ा चेहरा माने जाने वाले खडसे ने बुधवार को भाजपा का साथ छोड़ने का एलान किया था।
भूमि पर कब्जा करने के आरोपों को लेकर साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे एकनाथ खडसे (68) ने बुधवार को भाजपा छोड़ दी थी। उसी दिन, प्रदेश एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने खडसे के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी।
महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता एकनाथ खडसे मुंबई में एनसीपी के मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुए। बता दें कि एनसीपी, राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में शिवसेना और कांग्रेस के साथ शामिल है। राज्य की यह महा विकास अघाड़ी सरकार 11 महीने पहले सत्ता में आई थी।
एनसीपी में खडसे के औपचारिक रूप से दोपहर दो बजे शामिल होने का कार्यक्रम था, लेकिन इसमें करीब एक घंटे की देर हुई क्योंकि पवार पार्टी के नेता और राज्य में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के साथ एक बैठक में थे। इससे पहले खडसे ने बुधवार को फडणवीस पर उनका जीवन और राजनीतिक करियर बर्बाद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
बदल सकते हैं उत्तर महाराष्ट्र के समीकरण
कहा जा रहा है कि खडसे के एनसीपी में आने से जलगांव में भाजपा का किला ढह जाएगा। उत्तर महाराष्ट्र यानि खानदेश की राजनीति बदल जाएगी और अब तक पश्चिम महाराष्ट्र में सबसे मजबूत स्थिति में रही एनसीपी के लिए इस इलाके में भी अच्छे दिन आएंगे। लेकिन भाजपा नेता ऐसा नहीं मानते हैं।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जलगांव जिला भाजपा का है। वहां नेता नहीं कार्यकर्ता पार्टी की जान हैं। दूसरी ओर, एनसीपी के प्रदेश सचिव रवींद्र पवार कहते हैं कि खानदेश के जलगांव, नांदुरबार और धुले जिले में खडसे का अच्छा जनाधार है। खडसे के पार्टी में शामिल होने से उत्तर महाराष्ट्र में पार्टी मजबूत होगी।
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Fri Oct 23 , 2020
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना Updated Fri, 23 Oct 2020 12:26 PM IST प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी – फोटो : ANI
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