- मोदी बोले-युद्ध के बीच में नहीं बदलता कमांडर, नीतीश ही होंगे अगले मुख्यमंत्री
दैनिक भास्कर
Jun 24, 2020, 08:11 PM IST
पटना. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद अगर जेल से बाहर आ जाएं तो एनडीए का रास्ता और आसान हो जाएगा। वर्ष 2010 में लालू प्रसाद जेल से बाहर ही थे, मगर एनडीए ने उन्हें 22 सीटों पर सिमटा दिया था। बिहार में एनडीए और यूपीए के वोट में 20 प्रतिशत का फासला है। इसे पाटना यूपीए के बूते में नहीं है। यह फर्क और बढ़ेगा ही, कम नहीं होगा। यही नहीं नीतीश कुमार ने उन्होंने सुशासन की एक ऐसी लम्बी लकीर खींच दी है जिसे मिटाना या बराबरी करना यूपीए के लिए कतई संभव नहीं है।
मोदी ने यह भी ऐलान किया कि नीतीश कुमार ही एनडीए के कमांडर होंगे और सरकार बनने पर हमारे मुख्यमंत्री। युद्ध के दौरान कभी कमांडर नहीं बदला जाता है। वो कमांडर जिसके चेहरे पर कोई दाग नहीं, भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं, जिसने कठिन दौर से बिहार को निकाल कर विकास की नई उचाइयों पर पहुंचाया हो, उसे क्यों बदला जाए? भाजपा-जदयू का गठबंधन नेचुरल और सुशासन का प्रतीक है। बीच में राजद के साथ हुई जदयू की दोस्ती को जदयू कार्यकर्ताओं ने कभी स्वीकार नहीं किया। हम सबको मालूम था कि यह दोस्ती अधिक दिनों तक चलने वाली नहीं है। कोई भी व्यक्ति जो विकास चाहने वाला है, वह कभी लालू प्रसाद और उनके ‘लालूवाद’ को स्वीकार ही नहीं कर सकता है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में एनडीए और यूपीए के वोट में 20 फीसदी का फासला है। 2010 और 2015 के चुनाव में यह अन्तर 18 से 23 प्रतिशत का था। अन्य राज्यों में तो 1 से 2 प्रतिशत के अन्तर से सरकारें बनती-बिगड़ती है। ऐसे में एनडीए से पार पाना यूपीए के लिए संभव नहीं है। राजद एक ऐसी पार्टी है जो आज भी अपराधियों मसलन मो. शहाबुद्दीन, राजबल्लभ यादव व अरुण यादव जैसों के साये से बाहर निकलने के लिए तैयार नहीं है। अगर राजद अपने 15 साल के गुनाहों के लिए बिहार की जनता से सार्वजनिक माफी मांगे तो कुछ सीमा तक चुनाव में टक्कर हो सकती है। मगर राजद को ऐसा करने की हिम्मत नहीं है।