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- Smugglers Were Waiting For Money After The Deal Was Finalized In The Closed Room Of The Hotel, The DFO Suddenly Opened The Secret
पटना14 घंटे पहले
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अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस छिपकली की कीमत एक करोड़ रुपए तक है।
- विदेश से जुड़ा हो सकता है तस्करों का कनेक्शन, जल्द हो सकता है बड़ा खुलासा
- पश्चिम बंगाल से आए दो तस्कर पटना के होटल में रुके हुए थे
छिपकली की एक खास प्रजाति टोके गेको की पटना में मोटी रकम पर डील तय की जा रही थी। जानवरों की तस्करी करने वाले 25 लाख में उसे सेट कर चुके थे। होटल के बंद कमरे में यह डील फाइनल हो चुकी थी। इंतजार सिर्फ रुपयों के आने का था। तस्कर एक हाथ से रुपया लेते और दूसरे हाथ से छिपकली देते। लेकिन, उसके पहले ही डीएफओ और उनकी टीम ने उस होटल में छापेमारी कर दी, जहां पश्चिम बंगाल से आए तस्कर रुके थे। मौके से दो तस्करों को पकड़ा गया जबकि साथ आए दो तस्कर फरार हो गए। इनके पास से छिपकली टोके गेको को बरामद किया गया है।

पश्चिम बंगाल से आए दो तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एक साथ 4 तस्कर खास प्रजाति वाले छिपकली को लेकर 15 सितंबर को बंगाल से पटना आए थे। राजेंद्र नगर टर्मिनल के सामने स्थित होटल ऑरिबट के कमरा नम्बर 202 और 208 में रूके। ये लगातार पटना के ही रहने वाले तस्करों के संपर्क में थे। इनकी डील के बारे में डीएफओ को इनपुट मिल चुकी थी। इसके बाद गुरुवार को डीएफओ ने अपनी टीम के साथ छापेमारी की और पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। शुरुआती जांच और पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में जो बातें सामने आई है, उसके मुताबिक तस्करों का कनेक्शन इंटरनेशल गैंग से हो सकता है। विदेशों में छिपकली टोके गेको की काफी डिमांड है।
बताया जा रहा है छिपकली के इस खास प्रजाति से ब्लड कैंसर की दवाएं बनाई जाती है। सोर्स के अनुसार इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंचते-पहुंचते इस छिपकली की कीमत एक करोड़ से भी अधिक हो जाती है। फिलहाल इस मामले में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने एफआईआर दर्ज कर ली है। तस्करों के इस पूरे कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। इस मामले में जल्द बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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