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- Chirag Did Not Clear Seat; Father Ram Vilas Is Important Right Now, Told Bihar Government Planning 7 Decision Of Grand Alliance
पटना/दिल्लीएक मिनट पहले
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चिराग का कहना है कि बिहार में विकास के लिए जरूरी है कि लोजपा जनता के सामने अपने विकास के रोड मैप को रखे ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जब लोजपा समर्थित सरकार आएगी तो हमारी विकास की क्या योजनाएं रहेगी।
- चिराग ने स्पष्ट किया-सीट शेयरिंग को लेकर उनकी भाजपा और जदयू से अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है
- चिराग ने लोजपा कार्यकर्ताओं को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें सभी बातों का जिक्र है
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने साफ किया है कि अभी उनके लिए सीट शेयरिंग से ज्यादा पिता रामविलास पासवान की देखभाल जरूरी है। रामविलास पिछले तीन हफ्ते से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं। चिराग ने साफ किया है कि पिता को आईसीयू में छोड़कर अभी कहीं भी जाना संभव नहीं है। अभी पिता को मेरी जरूरत है और अगर इस वक्त मैं उनके साथ नहीं रहता हूं तो खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा। चिराग ने अपने विजन पर काम करने के लिए लोजपा कार्यकर्ताओं को चिट्ठी भी भेजी है जिसमें इन सभी बातों का जिक्र किया है।
सीटों शेयरिंग पर अभी कोई बात नहीं, 7 निश्चय प्लान हमारा नहीं महागठबंधन का बनाया हुआ
चिराग ने पत्र के माध्यम से एक बात स्पष्ट कर दी है कि सीट शेयरिंग को लेकर उनकी भाजपा और जदयू के साथ कोई बात नहीं हुई है। उनका कहना है कि बिहार में मौजूदा एनडीए की सरकार सात निश्चय कार्यक्रम पर काम कर रही है जो 2015 में महागठबंधन(कांग्रेस-राजद-जदयू) द्वारा बनाया गया था। बिहार में विकास के लिए जरूरी है कि लोजपा जनता के सामने अपने विकास के रोड मैप को रखे ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जब लोजपा समर्थित सरकार आएगी तो हमारी विकास की क्या योजनाएं रहेगी। इस दिशा में पिछले एक साल से काम कर रहा हूं। बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट 4 लाख बिहारियों के सुझाव से तैयार किया है।

चिराग की तरफ से लिखा गया पत्र।
चिराग ने पत्र में लिखा है-“कोरोना काल में लोगों को राशन मिलने में दिक्कत न आए इसलिए पापा अपना रुटीन हेल्थ चेकअप टालते रहे। इसी वजह से वह थोड़ा अस्वस्थ हो गए। तीन हफ्ते से उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उम्मीद है वह जल्द ही स्वस्थ होकर हमलोगों के बीच लौटेंगे। पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उन साथियों की भी चिंता है जिन्होंने अपना जीवन बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लिए समर्पित कर दिया।”
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