चुनाव में ज्यादातर युवा मतदाता ही चुनाव परिणाम तय करते हैं, मतदान करने का उत्साह भी युवाओं में अधिक होता है। लेकिन, हर चुनाव में युवाओं की उम्मीदवार के रूप में भागीदारी कम ही देखने को मिलती है। बिहार में अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव में इस बार बड़ी संख्या में युवा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं।
चुनाव आयोग ने 18 की उम्र पार कर चुके मतदाताओं को अधिक से अधिक संख्या में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की मुहिम चलाई है। इंटरनेट पर भी नाम जोड़े जा रहे हैं। बड़ी संख्या में युवा मतदाता आगे आ रहे हैं, लेकिन युवा मतदाताों के सामने एक बड़ी समस्या अपने से दोगुना-तीन गुना अधिक उम्र वाले प्रतिनिधि चुनने की है।
18 से 39 साल के युवा मतदाताओं की संख्या तीन करोड़ से अधिक
एक जनवरी, 2020 को तैयार मतदाता सूची के मुताबिक, राज्य में 18 से 39 साल के युवा मतदाताओं की संख्या तीन करोड़ 66 लाख 34 हजार से अधिक है। यह संख्या कुल मतदाता (सात करोड़ 18 लाख) के करीब आधी है। दूसरी ओर मौजूदा विधानसभा में 25 से 30 साल के उम्र के महज पांच विधायक हैं, जबकि 31 से 40 की उम्र वाले विधायकों की संख्या 32 है। राजद नेता तेजस्वी यादव सबसे कम उम्र के विधायक हैं। वहीं, इन्हीं के दल के श्रीनारायण यादव की उम्र सबसे अधिक है। उम्र के मामले में कानूनी प्रावधानों के अनुसार कोई भी 25 वर्ष का युवक विधानसभा का चुनाव लड़ सकता है, लेकिन आबादी के अनुपात में राजनीतिक दलों से युवाओं को राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिल रही है।
राजद में सबसे ज्यादा युवा जीत कर आए
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, 2015 के चुनाव में कुल 3,450 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे, जिनमें 25 से 30 की उम्र वाले महज 357 उम्मीदवार थे। 31 से 40 उम्र वाले उम्मीदवारों की संख्या 1063 थी। वहीं, 41 से 50 की उम्र वाले प्रत्याशियों की संख्या 1049 थी।
पार्टी आधार पर देखा जाए तो राजद में सबसे अधिक युवा विधायक जीत कर आए। 25 से 35 साल के उम्र वाले विधायकों की संख्या राजद में आठ है। 36 से 45 साल के उम्र वाले 24 विधायक राजद के टिकट पर जीते। दूसरी ओर इसी उम्र ग्रुप में सबसे अधिक जेडीयू के 26 विधायक जीत कर सदन पहुंचे।
हालांकि, 25 से 35 साल के विधायकों की जेडीयू में संख्या एक ही है। कांग्रेस के 27 विधायकों में चार की उम्र 25 से 35 साल के बीच है, जबकि 36 से 45 साल के विधायकों की संख्या छह है। भाकपा माले के एक विधायक 36 से 45 साल के है। यही स्थिति लोजपा की भी है।
25 से 35 साल के युवा विधायकों की संख्या कुल 15 है। 36 से 45 साल के उम्र वाले विधायकों की संख्या 72 रही, जबकि 46 से 55 साल उम्र वाले विधायकों की संख्या 79, 56 से 65 साल उम्र वाले विधायकाें की संख्या 56 और 66 से 75 उम्र वाले विधायक 20 जीत कर आए। वहीं, 76 से अधिक उम्र वाले विधायकों की संख्या एक है।