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वॉशिंगटन10 मिनट पहले
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अमेरिका में चार कोरोनावायरस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। इनमें एक वैक्सीन जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी का है। (प्रतीकात्मक फोटो)
- दुनिया में 9.92 लाख से ज्यादा लोगों की मौत, 2.41 करोड़ से ज्यादा लोग अब स्वस्थ
- अमेरिका में 71.85 लाख लोग संक्रमित, 2.07 लाख से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.27 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 47 लाख 67 हजार 549 से ज्यादा हो चुकी है। अब तक 9 लाख 92 हजार 914 मौतें हो चुकी हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन भी कोरोना वैक्सीन डेवलप कर रही है। फिलहाल, इसके ट्रायल्स चल रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके सिंगल डोज के नतीजे काफी अच्छे रहे हैं और इससे इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है- सेफ्टी प्रोफाइल और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिहाज से सिंगल डोज के टेस्ट किए गए। इससे अगले क्लीनिकल ट्रायल्स में मदद मिलेगी। इस वैक्सीन का नाम Ad26.COV2.S है। यह कोविड संक्रमण से बचाने में कारगर साबित होगी।
Ad26.COV2.S अमेरिका में तैयार हो रही चौथी ऐसी वैक्सीन है, जिसके क्लीनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प वादा कर चुके हैं कि साल के आखिरी तक अमेरिका में 10 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध होंगे। उनका कहना है कि 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले वैक्सीन बाजार में उपलब्ध होगा।
ब्राजील : रियो कार्निवाल टला
ब्राजील और दुनिया में मशहूर रियो डि जेनेरियो को फिलहाल टाल दिया गया है। 100 साल में यह पहला मौका है जब रियो कार्निवाल टला है। हालांकि, इस बात की संभावना बेहद कम है कि इसे इस साल आयोजित किया जा सकेगा। ब्राजील में करीब 46 लाख लोग संक्रमित हैं जबकि मौतों का आंकड़ा एक लाख 40 हजार से ज्यादा हो चुका है। रियो कार्निवाल का आयोजन सांबा स्कूल करता है। उसने एक बयान जारी कर कहा- हम कोविड-19 की वजह से यह आयोजन टाल रहे हैं। इस बात की संभावना काफी कम है कि वैक्सीन आने के पहले इसका आयोजन किया जा सकेगा।

ब्राजील की राजधानी रियो में हर साल होने वाला रियो कार्निवाल इस साल नहीं होगा। इसका ऑर्गनाइजर सांबा स्कूल ने कहा- 100 साल में पहली बार रियो कार्निवाल टाला जा रहा है। जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक आयोजन संभव नहीं है। (फाइल)
पेरू : इमरजेंसी 31 अक्टूबर तक बढ़ी
संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर लैटिन अमेरिकी देश पेरू ने सख्त रवैया अपनाया है। यहां राष्ट्रीय आपातकाल 31 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। प्रेसिडेंट मार्टिन विजकारा ने कहा- इस बात की संभावना है कि यह इमरजेंसी साल के आखिर तक बनी रहे। फिलहाल, हम इसे 31 अक्टूबर तक बढ़ा रहे हैं। पेरू की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- हम जानते हैं कि लोगों को कुछ प्रतिबंधों से काफी परेशान होना पड़ रहा है। लेकिन, कोविड-19 से बचने का फिलहाल यही उपाय है कि हम हर सावधानी बरतें। मास्क और सैनिटाइजेशन का खास ध्यान रखें।

पेरू में राष्ट्रपति ने हेल्थ इमरजेंसी 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। साथ ही ये भी कहा है कि इसे साल के आखिर तक बढ़ाया जा सकता है। (फाइल)
ऑस्ट्रेलिया : एक और इस्तीफा
विक्टोरिया प्रांत के हेल्थ मिनिस्टर जेनी मिकाकोस ने इस्तीफा दे दिया है। जेनी पर आरोप था कि उन्होंने क्वारैंटीन फेसेलिटीज के लिए होटलों को कॉन्ट्रैक्ट दिए। लेकिन, इसमें कई स्तरों पर धांधली हुई। इसके अलावा इन्फेक्शन कंट्रोल के मामले में उनकी नाकामयाबी को मीडिया ने लगातार उजागर किया। ऑस्ट्रेलिया इस वक्त संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। सरकार ने साफ कर दिया है कि फिलहाल प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।

ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। कुछ हिस्सों में प्रतिबंधों का विरोध हुआ तो सरकार ने सुरक्षाबल तैनात कर दिए। विक्टोरिया के हेल्थ मिनिस्टर ने इस्तीफा दे दिया है। उन पर कुछ कॉन्ट्रैक्टर्स को फायदा पहुंचाने के आरोप हैं। (फाइल)
फिनलैंड में संक्रमितों की पहचान की नई कोशिश
हेलसिंके एयरपोर्ट पर फिनलैंड सरकार ने संक्रमितों की पहचान के लिए स्निफर डॉग्स तैनात कर दिए हैं। इसके लिए इस डॉग यूनिट को स्पेशल मेडिकल ट्रेनिंग दी गई है। जानकारी के मुताबिक, ये स्निफर डॉग यूनिट 10 मिनट में 100 फीसदी सही तरीके से संक्रमितों की पहचान कर सकेगी। फिलहाल, इस यूनिट को यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंके की देखरेख में ट्रायल के तौर पर तैनात किया गया। कुछ दिनों बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। अगर नतीजे सही रहे तो यह प्रॉसेस जारी रहेगा। बता दें कि इसके पहले ये स्निफर डॉग यूनिट मलेरिया और कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों की पहचान कर चुकी है।
एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को एक कपड़ा दिया जाएगा। इससे वे अपना गला और चेहरा पोछेंगे। कपड़े को एक बॉक्स में रखा जाएगा। एक अलग बूथ में डॉग हैंडलर इस बॉक्स को कई अन्य बॉक्स के साथ रखेगा। डॉग इसमें से कोरोनावायरस वाले बॉक्स की पहचान करेगा। एक बार में एक डॉग एक बॉक्स की पहचान करेगा।