न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Updated Wed, 30 Sep 2020 10:46 AM IST
सुशील मोदी और मंगल पांडे दिल्ली रवाना
– फोटो : ANI
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
इसी सिलसिले में भाजपा और जेडीयू के शीर्ष नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इन नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक करेंगे।
Bihar: Deputy Chief Minister and BJP leader Sushil Modi leaves for Delhi for a meeting of the NDA, ahead of #BiharElections . State Health Minister Mangal Pandey also leaves for Delhi. Visuals from Patna Airport. pic.twitter.com/NrgTowyMpr
— ANI (@ANI) September 30, 2020
गौरतलब है कि मंगलवार शाम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार जायसवाल और संगठन प्रभारी नागेंद्र दिल्ली पहुंचे। दूसरी तरफ, जेडीयू के शीर्ष नेताओं को भी दिल्ली बुलाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, जेडीयू की तरफ से टिकट बंटवारे पर चर्चा कर रहे सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी बुधवार को दिल्ली पहुंच सकते हैं।
यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनाव: बाढ़ ने नहीं आश्वासनों की बाढ़ ने मारा, जानिए पूरा हाल
बताया गया है कि आज दिल्ली में भाजपा और जेडीयू के बीच आखिरी बातचीत होगी। इस बात की पूरी संभावना है कि आज दिल्ली में टिकट बंटवारे पर बातचीत पूरी हो जाएगी और इसके बाद संवाददाता सम्मेलन कर आधिकारिक रूप से इसका एलान किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया है कि सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार होने के बाद, जेडीयू-भाजपा और मांझी की पार्टी के बीच तालमेल का आधिकारिक एलान होगा। बताया गया है कि अगर चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी एनडीए से अलग होने का फैसला करती है तो इसका फायदा जेडीयू को मिल सकता है। बताया गया है कि एलजेपी के अलग होने पर जेडीयू के खाते में 127 सीटें आएंगी।
हालांकि, इसके बारे में आधिकारिक रूप से एलान नहीं किया गया है। गौरतलब है कि एलजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान को समझाया है कि इस माहौल में अकेले चुनाव लड़ना सही नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि चिराग की एलजेपी का एनडीए से अलग होने की संभावना कम ही है।
बता दें कि चिराग पासवान लगातार एनडीए गठबंधन से नाराज हैं और वह बुधवार को इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय ले सकते हैं। एलजेपी के अधिकतर नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं और नड्डा के नेतृत्व में होने वाली बैठक में इनके हिस्सा लेने की संभावना भी है।