करौली। राजस्थान के करौली में पुजारी की हत्या के मामले में गहलोत सरकार ने पीड़ित परिवार की सभी मांगें स्वीकार कर ली हैं। राजस्थान सरकार की तरफ से 10 लाख रुपये और एक संविदा कर्मी की नौकरी का वादा किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मंत्री आवास योजना के तहत 1 लाख रुपये पीड़ित परिवार को प्रदान किए जाएंगे।
इस वारदात के पश्चात सपोटरा थाना अधिकारी को हटा दिया गया है। एसडीम ओपी मीणा तथा तहसीलदार दिनेश चंद्र मौके पर पहुंचे और डॉक्टर किरोड़ी मीणा से धरने को लेकर बातचीत हुई। वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी के भरोसे के पश्चात धरना खत्म किया गया है।
प्रशासन ने परिवार जन को अनुबंध पर नौकरी, इंदिरा आवास, 10 लाख की आर्थिक मददद के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी का भी भरोसा प्रदान किया है। डॉक्टर किरोड़ी मीणा ने ग्रामीणों के सामाजिक सौहार्द एवं जातिगत एकता की प्रशंसा की।
इससे पूर्व राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में पुजारी को मौत के घाट उतारने के मामले को लेकर गहलोत से बात की थी। राज्यपाल ने इस मुद्दे को लेकर चिंता व्यक्त की। राज्यपाल सचिवालय की ओर से जारी बयान की माने तो गहलोत ने आश्वासन दिया कि मामलों की छानबीन जारी है और दोषियों को कड़ा दंड दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के करौली में दबंगों ने पुजारी के ऊपर पहले पेट्रोल छिड़का, फिर आग के हवाले कर दिया था। जयपुर के सवाई माधो सिंह अस्पताल में पुजारी की मौत हो गई। अभी राजस्थान पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार ने दाह संस्कार करने से इंकार कर दिया था। परिवार की मांग थी कि उन्हें जमीन का आवंटन किया जाए एवं उनके एक बच्चे को सरकारी नौकरी भी प्रदान की जाए।
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