दुबई से भास्कर के लिए चंद्रेश नारायणन41 मिनट पहले
रणजी ट्रॉफी खेलने वाले जसप्रीत बुमराह को जॉन राइट ही ढूंढकर लाए थे। जॉन ने काबिलियत के आधार पर बुमराह को मुंबई इंडियंस की ओर से आईपीएल खेलने का मौका दिया था।
आईपीएल जब शुरू हुआ था, तब यह माना जा रहा था कि नामी खिलाड़ियों को लेकर यह टूर्नामेंट जीता जा सकता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में यह धारणा बदलने लगी है। फ्रेंचाइजी अब ऐसे अनजाने खिलाड़ियों को तरजीह देने लगी है जो टैलेंटेड हो और एकजुट होकर ऐसी टीम बना सके जो टूर्नामेंट जीतकर करोड़ों दर्शकों का मन जीत ले।
इसके लिए अब सभी फ्रेंचाइजी सालभर टैलेंट ढूंढ़ने में व्यस्त रहती हैं। अनजाने टैलेंट को मौका देने की शुरुआत मुंबई इंडियंस ने की। इस टीम की बागडोर आकाश अंबानी के पास है। आकाश अपनी टीम में टैलेंट की देख-रेख पर सबसे अधिक समय खर्च करते हैं। टैलेंट ढूंढ़ने के लिए मुंबई इंडियंस की प्रतिबद्धता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय टीम के पूर्व कोच जॉन राइट टैलेंट की खोज के डायरेक्टर हैं।
बुमराह भी आईपीएल से सामने आए
वहीं, भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर और चीफ सिलेक्टर किरण मोरे तेज गेंदबाज टीए सीकर, अभय कुरुविला और सलामी बल्लेबाज प्रवीण आमरे के साथ मिलकर मुंबई इंडियंस की एकेडमी संभालते हैं। ये सारे दिग्गज पूरे साल भारत के घरेलू क्रिकेट पर ही नहीं, दुनियाभर के उभरते खिलाड़ियों पर नजर रखते हैं। ये जॉन राइट ही हैं, जिन्होंने जसप्रीत बुमराह को रणजी ट्रॉफी खेलते देखा और उनकी काबिलियत के आधार पर उन्हें मुंबई इंडियंस की ओर से आईपीएल खेलने का मौका दिया। अपने आईपीएल के प्रदर्शन के दम पर ही बुमराह भारतीय टीम में आए और आज उनका नाम दुनिया के श्रेष्ठ गेंदबाजों में लिया जाता है।
लक्ष्मण ही अब्दुल समद के लेकर आए
जो प्रथा मुंबई इंडियंस ने शुरू की, वही सनराइजर्स हैदराबाद में वीवीएस लक्ष्मण अपना रहे हैं। इन्हीं की वजह से अब्दुल समद सुर्खियों में आए। इरफान पठान जम्मू-कश्मीर की टीम के मेंटर थे तभी उन्होंने लक्ष्मण को समद के बारे में बताया था। दिल्ली कैपिटल्स की टीम में टैलेंट ढूंढ़ने का काम पूर्व विकेटकीपर विजय दहिया और मोहम्मद कैफ कर रहे हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए अभिषेक नायर, राजस्थान रॉयल्स के लिए साइराज बहुतुले और अमोल मजूमदार, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए मालोलन राजगोपालन और वसीम जाफर किंग्स इलेवन उभरते सितारों को ढूंढ़ने में लगे हुए हैं।
महाराष्ट्र के दिग्विजय देशमुख जैसे टैलेंट भविष्य में खेलते नजर आएंगे
जब आईपीएल टूर्नामेंट चल रहा होता है, तब मुंबई इंडियंस के लिए बतौर हेड कोच महेला जयवर्धने अपनी सेवाएं देते हैं और बॉलिंग कोच की कमान शेन बॉन्ड संभालते हैं। आज मुंबई इंडियंस के पास कई ऐसे टैलेंट हैं, जिसे हम भविष्य में देखेंगे। जैसे- दिग्विजय देशमुख। इनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि वो महाराष्ट्र की टीम से रणजी ट्रॉफी खेलते हैं। लेकिन, फिल्मों में दिलचस्पी रखने वालों को इन्हें पहचानने में दिक्कत नहीं होती है, क्योंकि फिल्म ‘काई-पो चे’ में वे अपने खिलाड़ी होने का लोहा मनवा चुके हैं। आने वाले समय में मुंबई इंडियंस की तरफ से बतौर ऑलराउंडर ये खेलते नजर आ सकते हैं।