जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों (एसीबी) ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम लिमिटेड के एक्सईएन (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) व एईएन (सहायक अभियंता) को सवा लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वत की यह रकम एक ठेकेदार से पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में करवाए गए काम का बिल पास करने की एवज में मांगी गई थी। फिलहाल घूसखोर दोनों अधिकारियों से एसीबी टीम पूछताछ कर रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि रिश्वत लेते आरोपित गिर्राज सिंह चाहर (62) निवासी कृष्णा नगर कालवाड रोड झोटवाडा और अशोक कुमार वर्मा (54) निवासी श्रीकल्याण नगर करतारपुरा फाटक महेश नगर को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित अशोक कुमार वर्मा पीडब्ल्यूडी में एक्सईएन है। अभी पुलिस मुख्यालय के अधीन पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में डेपुटेशन पर कार्यरत है। जबकि दूसरा आरोपित जीएस चाहर जो पीडब्ल्यूडी में एईएन के पद से रिटायर हो चुका है। वर्तमान में संविदा पर पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन पीएचक्यू में कार्यरत है।इस कार्रवाई के बाद इससे पीडब्ल्यूडी महकमे में हड़कंप मच गया।
इस संबंध में 12 सितम्बर को एक परिवादी जयकिश्न ने ब्यूरो में शिकायत दी कि सातवी बटालियन आरएसी में 35 क्वार्टर के निर्माण के कार्यादेश जारी है। कार्यादेश के बिलों के भुगतान में एईएन गिर्राज सिंह ने खुद के लिए 2 प्रतिशत, एक्सईएन अशोक कुमार के लिए 1 प्रतिशत और लेखा शाखा के लिए 0.50 प्रतिशत राशि की रिश्वत की मांग कर रहा है जो एईएन गिर्राज सिंह चाहर के मार्फत मांगी जा रही है।
इस शिकायत पर एसीबी टीम ने ट्रेप का आयोजन किया और सत्यापन के दौरान 68 हजार रुपये दिलाए गए। जिसके बाद घूस की राशि शनिवार सुबह देना का समय निश्चित हुआ। पहले से तैयार एसीबी टीम ने रिश्वत के 1 लाख 26 हजार रुपये लेने के मामले में आरोपित गिर्राज सिंह व अशोक कुमार को गिरफ्तार किया गया। एसीबी टीम रिश्वतखोर दोनों आरोपितों के कार्यालय व घरों पर तलाशी ले रही है।
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