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- 161 Deaths In 30 Days, Leaders’ Arbitrariness Increased After Implementation Of The Code Of Conduct, Corona In Patna Bihar, Bihar News, Corona During Bihar Election
पटना6 घंटे पहले
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25 अक्टूबर को बिहार में कुल संक्रमितों की संख्या 211443 पहुंच गई है।
- रिकवरी दर बढ़ी, लेकिन नहीं कम हुआ मौत का खतरा, पटना में 30 दिन में 53 कोरोना संक्रमितों की हुई मौत
- मास्क हटा तो बढ़ गया कोरोना का जोखिम, दो मंत्रियों की मौत के साथ कई नेताओं में पाया गया है कोरोना संक्रमण
आचार संहिता लागू होने के बाद 30 दिनों में कोरोना ने 161 लोगों की जान ले ली है। संक्रमण का खतरा हर दिन बढ़ रहा है। नेताओं की मनमानी और प्रशासन की लापरवाही के कारण संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है। चुनाव की घोषणा के बाद ही दो मंत्रियों की कोरोना से मौत हुई है। नेताओं में संक्रमण के मामले भी इसी बीच बढ़े हैं। राजधानी में तो 30 दिनों में 53 मौतें हुईं। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन चुनाव में नहीं हो रहा है, यह लापरवाही आने वाले दिनों में बड़ा खतरा बन सकती है।
30 दिन में 35545 लोगों में हुआ संक्रमण
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 25 सितंबर को आचार संहिता लागू हुई थी। इस दिन प्रदेश में कोरोना के कुल 175898 मामले थे। एक माह में 35545 लोगों में संक्रमण हुआ। 25 अक्टूबर को बिहार में कुल संक्रमितों की संख्या 211443 पहुंच गई है। संक्रमण बढ़ने का कारण चुनाव में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं होना भी है। चुनाव आते ही मनमानी बढ़ी है। नेताओं की जनसभा से लेकर रोड शो और रैलियों में भीड़ के बीच कोरोना को लेकर दिख रही मनमानी खतरे की घंटी बजा रही है।
आचार संहिता लागू हुई तब 881 मौत, अब हो गई 1042 लोगों की मौत
आचार संहिता लागू हुई तो 25 सितंबर को बिहार में 881 लोगों की मौत हुई थी। 30 दिनों में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। आचार संहिता लागू होने के बाद पंचायती राज मंत्री कपिल देव कामत और राज्य मंत्री विनोद की कोरोना से मौत हुई। पूर्णिया रेंज के आईजी विनोद कुमार की भी कोरोना से मौत हुई। 30 दिनों में मौत का आंकड़ा बढ़ा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि 30 दिनों में रिकवरी दर में वृद्धि हुई है, लेकिन चुनाव में लापरवाही के कारण संक्रमण बढ़ रहा है। पटना में तो इन 30 दिनों में 53 मौतें हुई हैं।
कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने में प्रशासन नाकाम
कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम है। पटना में पूरी फौज है, निर्वाचन विभाग की भी निगरानी है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। नेताओं की सभा में सोशल डिस्टेंस और मास्क दोनों का पालन नहीं हो रहा है। दैनिक भास्कर डिजिटल लगातार नेताओं की इस मनमानी का खुलासा कर रहा है। नियम बनाया गया कि सभा और रोड शो में भीड़ नहीं करनी है, ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी, लेकिन नेताओं की मनमानी जारी है और कोई कार्रवाई भी नहीं की जा रही है। पटना के प्रमंडल आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि निगरानी कराई जा रही है, मनमानी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।