कोरोना वायरसः सैंपल लेते कर्मचारी
– फोटो : अमर उजाला
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दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक करीब 48 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है। इनमें 16,20,437 सिर्फ अक्तूबर में हुई है। इससे पहले सितंबर में 15 लाख लोगों के टेस्ट किए गए थे। यानी,अब तक हुई कुल जांच की करीब 65 फीसदी जांच इन दो महीने में ही हुई हैं। इन दो माह में संक्रमण के रिकॉर्ड 2 लाख 11 हजार मामले आए हैं। वहीं,1 लाख 73 हजार मरीज ठीक भी हुए हैं। यानी, जांच बढ़ाने से संक्रमित भले ही बढ़े हैं लेकिन, उतनी तेजी से ठीक भी हुए हैं।
एम्स के डॉक्टर विक्रम का कहना है कि कोरोना पर लगाम लगाने के लिए सरकार अधिक जांच की रणनीति पर चल रही है। हालांकि,आरटी-पीसीआर जांच को और भी बढ़ाना होगा। एंटीजन जांच में जो लोग नेगेटिव आ रहे हैं (लक्षण वाले) उन सभी की पहचान करके हर हाल में आरटी-पीसीआर जांच होनी चाहिए। इससे संक्रमितों की सही जानकारी मिल सकेगी।
70 फीसदी रही एंटीजन जांच
अक्तूबर में हुई कुल 16,20,437 जांच में से 11,60 456 एंटीजन और 4,49,981आरटी-पीसीआर जांच हुई। लिहाजा, करीब 70 फीसदी टेस्ट एंटीजन हुए। हालांकी, करीब 15 दिनों से सरकार आरटी-पीसीआर जांच भी बढ़ा रही है। और रोजाना औसतन 14 हजार टेस्ट इस प्रणाली से किए जा रहे हैं।