ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी पुलिस ने तेची मीना लीशी मौत मामले में अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गत शुक्रवार को तीन और सह-आरोपितों का गिरफ्तार किया गया है।
मीना का शव गत 05 नवम्बर को राजधानी से कुछ किमी दूर कारसिंगा में पाया गया था। वह कथित तौर पर सात माह की गर्भवती थी। उसकी मौत को एक साजिश के रूप में देखते हुए मीना के पति रोनी लिशी को इस मामले में मुख्य आरोपी माना जा रहा है।
पुलिस की एक टीम गत 10 नवम्बर को रौनी लिशी को गिरफ्तार किया। जबकि, उसके ड्राइवर दाथंग सुयांग (26) को 05 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में पुलिस ने आईपीसी की धारा 302/120बी / 201 के तहत मामला दर्ज किया है।
नाहरलगुन पुलिस स्टेशन में आईजीपी चुखू आपा ने मीडिया को बताया कि तिरप पुलिस ने तीन सह-अरोपी कपवांग लेटी लोवांग (40), जो एक पूर्व एनएसीएन (यू) का कैडर था, तन्ने खोइयांग (33) और दामीरत खोइयांग (29) को बीती देर रात 01.30 बजे तिरप जिला से गिरफ्तार किया गया है।
आईजीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए पुलिस की एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है, जिसमें कई पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
मामले की जानकारी देते हुए आपा ने कहा, “पूछताछ के बाद ड्राइवर दाथंग ने स्वीकार किया कि मामले का मुख्य आरोपी रोनी लिशी ने उसे मीना को मारने के लिए कहा था। हत्या करने के लिए उसे 10 लाख में सौदा तय हुआ था।
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि जांच के दौरान यह पता चला है कि रोनी पिछले कुछ महीनों से अपनी पत्नी मीना की हत्या करने की योजना बना रहा था। उसने अपने पुराने साथी कपवांग लेटी लोवांग से संपर्क किया। जिसने हत्या के कॉन्ट्रैक्ट की व्यवस्था की।
पुलिस के अनुसार 27 अक्टूबर की शाम तीन आरोपित दाथांग सुयांग, कापवांग लेटी लोवांग और ताने खोयांग – खोंसा से राजधानी पहुंचे और वे होटल सू पिंसा में रुके। 28 अक्टूबर को रोनी लिशी होटल पहुंचा और अपनी पत्नी को कापवांग के साथ मारने की योजना को अंतिम रूप दिया। बनाई गई योजना के अनुसार दाथंग सुयांग हत्या को अंजाम देगा और इसको एक दुर्घटना का रूप दिया जाएगा।
रोनी ने हत्यारों को सौदे के तहत अग्रिम पांच लाख रुपये दिया। रोनी ने तीन लाख और दो लाख रुपये दो किश्तों में दिया था।
आईजीपी आपा ने बताया कि कापवांग और ताने 30 अक्टूबर को खोंसा वापस चला गए। जबकि, दाथांग वापस आ गया और रोनी द्वारा मीना के लिए ड्राइवर के रूप में काम करने लगा।
02 नवम्बर को धातंग ने रोनी से एक साथी की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। क्योंकि, उसे लगा कि वह खुद मीना की हत्या करने में असमर्थ होगा। रोनी ने फिर से कापवांग से परामर्श किया जो दामरित खोइयांग को इसमें शामिल किया गया, जो दोइमुख में ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था।
वहीं 04 नवम्बर की सुबह रोनी और दाथांग ने इलाके का जायजा लिया। कारिंगसा में ब्लॉक प्वाइंट के पास था, जहां उन्होंने हत्या को अंजाम देने की योजना बनाई। उन्होंने उसी दिन सभी विवरणों को भी अंतिम रूप दिया।
05 नवम्बर की सुबह रोनी ने कारसिंगा में भूमि मुआवजा मामले पर चर्चा करने के बहाने मीना को कारसिंगा जाने के लिए कहा। जैसी की योजना बनाई गई थी, रास्ते में दाथंग ने बांगे तीनाली से दामरीत को उठाया। दामरीत वाहन के पीछे बैठा गया था। जैसे ही वे मंदिर (कूड़ा डंपिंग जोन) पार कर गए, दामरीत ने हथौड़े से मीना पर हमला करना शुरू कर दिया और उसकी हत्या कर दी।
उसकी हत्या करने के बाद दामरीत ब्लॉक प्वाइंट पर उतर गया और दाथांग ने वाहन को थोड़ा आगे बढ़ाया और वाहन को सड़क के बाईं ओर खाई की ओर लगभग 2 से 3 मीटर तक आगे बढ़ाया, ताकि यह एक दुर्घटना के रूप में प्रकट हो सके। वहीं राजधानी पुलिस निरीक्षक ने बताया कि रोनी और मीना के रिश्ते ठीक नहीं था।
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