गौर करने वाली बात यह है कि इन चुनावों से पहले कृषि बिल को लेकर किसानों के नाराज होने के तमाम दावे किए जा रहे थे। पंजाब में अब तक कृषि बिल को लेकर प्रदर्शन हो रहा है, जबकि मध्य प्रदेश में भी ऐसी ही कोशिशें भी की गईं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई बिहार चुनाव में बहुमत और 11 राज्यों की 59 में से 40 विधानसभा सीटों पर जीत को केंद्र सरकार की योजनाओं पर जनता की मुहर माना जा रहा है? क्या कृषि बिल को लेकर किसानों में कोई नाराजगी नहीं है? क्या है असलियत, जानते हैं इस रिपोर्ट में…
25 सितंबर 2020…वह तारीख, जिस दिन बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान किया गया। इसी दिन राजद नेता तेजस्वी यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई। इसमें वह ट्रैक्टर की छत पर फावड़ा लेकर बैठे नजर आए। इसे कृषि बिल के विरोध में खासतौर पर पंजाब के साथ देश भर में चल रहे किसान आंदोलन की एक बानगी माना गया। साथ ही, कहा गया कि आने वाले चुनावों में भाजपा को इस मुद्दे पर किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बनाने पर आमादा हो गया।
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अब बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है। साथ ही, 11 राज्यों की 59 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का फैसला भी हो गया है। बिहार में एनडीए 125 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफल रहा, जबकि उपचुनावों की 40 सीटों पर भी भाजपा का परचम लहराया। इन 11 राज्यों में छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, ओडिशा, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल थे और भाजपा ने लगभग हर राज्य में जीत हासिल करके अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
बिहार और 11 राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों पर राजनीति से जुड़े एक बड़े धड़े का कहना है कि विपक्षी दलों की हर रणनीति जनता ने फेल कर दी है। साथ ही, केंद्र सरकार की नीतियों और योजनाओं पर मुहर लगा दी है। वहीं, इन जीत से यह भी साबित हो गया कि देश का किसान मोदी सरकार के कृषि बिल से नाराज नहीं है। विपक्षी दलों ने किसानों को गुमराह करने की काफी कोशिशें कीं, लेकिन नतीजों ने स्पष्ट कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की जनता का भरोसा कायम है।
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गौर करने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में जीत के बाद अपने भाषण में भी यह बात कही। उन्होंने कहा कि बिहार और उपचुनावों के नतीजों ने साबित कर दिया कि आप काम करेंगे तो लोगों से भरपूर आशीर्वाद भी मिलेंगे। देश की जनता आपकी मेहनत को देख रही है। आपकी तपस्या को देख रही है। आपकी नीयत को देख रही है। यही वजह है कि चुनाव के समय जनता कठिनाई से निकलकर आपको वोट देकर आती है।