जयपुर। भट्टाबस्ती थाना पुलिस ने पढ़ाई के नाम पर छोटे बच्चों को बिहार और बंगाल से जयपुर लाकर उनको बालश्रम में धकेलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चाइल्ड हैल्प लाइन की सूचना पर चूड़ी के दो कारखानों से छह बालश्रमिकों को मुक्त करा कर दो आरोपित कारखाना संचालकों को गिरफ्तार किया है।
थानाधिकारी शिव नारायण ने बताया कि चाइल्ड हैल्प लाइन की सूचना पर संजय नगर स्थित चूड़ी बनाने के दो कारखाने पर दबिश दी गई। कारखाने में चूड़ी बनाते मिले छह बालश्रमिकों को मुक्त कराया गया। बालश्रम कराने के आरोप में दोनों कारखानों के संचालक राजा व मुन्ना निवासी मूलत: बिहार हाल संजय नगर भट्टा बस्ती को गिरफ्तार किया गया है। मुक्त कराए बालश्रमिक बिहार और बंगाल के रहने वाले है, जिन्हें उनके गांव से झांसा देकर लाया गया और फिर जबरन चूड़ी बनाने का काम पर लगाने के साथ ही मकान से बाहर नहीं जाने दिया जाता और नहीं समय पर भोजन दिया जाता था। मानसिक व शारीरिक कष्ट सहन कर रहे छहों बालश्रमिकों को मुक्त करायाकर बालआश्रम भेज दिया गया है। जिन्हे कुछ दिनों के बाद वापस घर भेज दिया जाएगा।
काम सिखाने एवं पढ़ाई कराने के नाम पर यहां लेकर आए थे
पुलिस की जांच पडताल में बच्चों ने बताया कि उनके माता—पिता के पास कुछ लोग आए और बच्चों को काम सिखाने एवं पढ़ाई कराने के नाम पर यहां लेकर आए थे। लेकिन यहां लाने के बाद उनको कैद कर दिया गया। बारह से चौदह घंटे काम कराया जाता और घर के बाहर तक नहीं निकलने दिया गया। पुलिस ने बताया कि जब बच्चों ने फिर से बिहार वापस जाने की बात कही तो बच्चों से मारपीट तक की गई और उसके बाद उनके माता—पिता से फोन तक पर बात कराना बंद कर दिया गया।
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