सिटी रिपोर्टर | पटना
कोरोना मरीज का इलाज करने की अबतक तैयारी नहीं करने वाले 5 निजी अस्पतालों को नोटिस दिया गया है। इनमें हाईटेक इमरजेंसी, राजेश्वर हॉस्पिटल, जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल, सहयोग हॉस्पिटल और मिडवर्सल हॉस्पिटल शामिल हैं। इन अस्पतालों के संचालकों को 24 घंटे में जवाब देने काे कहा गया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने और इलाज से मना करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। डीएम कुमार रवि ने कहा कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकारी अस्पतालों के अतिरिक्त प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। इसके लिए 17 जुलाई को निजी अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ बैठक की गई थी। इस दौरान अस्पताल संचालकों को अपने अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाने और बेड की संख्या निर्धारित करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन 23 जुलाई को समीक्षा बैठक में पाया गया कि 5 अस्पतालों ने कोई व्यवस्था नहीं की है। साथ ही पाया गया कि 5 अस्पतालों द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज से संबंधित अभिरुचि भी नहीं दिखाई जा रही है। इस कारण 5 प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
15 अस्पतालों को इलाज की अनुमति
डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से 15 अस्पतालों को कोरोना संक्रमित का इलाज करने की अनुमति दी गई है। इनमें 5 अस्पतालों ने इलाज शुरू कर दिया है। 5 अस्पतालों द्वारा इलाज शुरू करने की तैयारी की जा रही है। 5 अस्पतालों ने इलाज कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने में अभी तक अभिरुचि नहीं दिखाई है।
इन 5 अस्पतालों ने कोरोना मरीजों का शुरू किया इलाज
पारस, रूबन मेमोरियल, अटलांटिक, बिग अस्पताल, नेताजी सुभाष अस्पताल, बिहटा।
ये 5 अस्पताल इलाज की तैयारी में करने में जुटे
मेडीजोन, श्रीराज ट्रस्ट, केपी सिन्हा मेमोरियल, मेडिपार्क, पुष्पांजलि अस्पताल।
इन 5 अस्पतालों ने नहीं शुरू की तैयारी
हाईटेक इमरजेंसी, राजेश्वर हॉस्पिटल, जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल, सहयोग हॉस्पिटल और मिडवर्सल हॉस्पिटल।