- Hindi News
- National
- Atal Bihari Vajpayee Second Death Anniversary President Kovind And PM Modi Paid Tribute
नई दिल्ली23 मिनट पहले
16 अगस्त 2018 को अटलजी का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था। उनकी समाधि को सदैव अटल नाम दिया गया है।
- मोदी ने कहा- अटलजी के बेहतरीन कामों और देश को तरक्की दिलाने के प्रयासों को भारत हमेशा याद रखेगा
- अटलजी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य और उनकी पोती निहारिका ने भी समाधि पर पुष्प अर्पित किए
आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी समाधि ‘सदैव अटल’ जाकर श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अटलजी की फोटोज का एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा कि अटलजी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि। अटलजी के बेहतरीन कामों और देश को तरक्की दिलाने के प्रयासों को भारत हमेशा याद रखेगा।
Tributes to beloved Atal Ji on his Punya Tithi. India will always remember his outstanding service and efforts towards our nation’s progress. pic.twitter.com/ZF0H3vEPVd
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2020

अटलजी की समाधि ‘सदैव अटल’ पर पुष्पांजलि अर्पित करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद।
कार्यकाल पूरा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे अटल
अटलजी 3 बार प्रधानमंत्री रहे। लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया था। वे पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था। वह 1996 में 13 दिन, 1998 में 13 महीने और फिर 1999 में पूरे 5 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे। अटलजी के अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री मोदी करीब 5 किलोमीटर पैदल चलकर राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक पहुंचे थे।

अटलजी की समाधि ‘सदैव अटल’ पर पुष्पांजलि अर्पित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
तीन बार प्रधानमंत्री बने थे अटलजी
25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जन्मे अटलजी प्रधानमंत्री बनने वाले भाजपा के पहले नेता थे। 1996 में वे 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने। 1998-1999 में 13 महीने की सरकार चलाई। इसके बाद पूरे 5 साल के लिए प्रधानमंत्री बने।

अटल बिहारी वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य और उनकी पोती निहारिका ने भी अटलजी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए।
प्रधानमंत्री बनने से पहले अटलजी 1977 में मोरारजी देसाई सरकार में विदेश मंत्री रहे थे। अटलजी के समय 11 और 13 मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था।

अटलजी को जिस समय श्रद्धांजलि दी जा रही थी उस समय दिल्ली में हल्की बारिश हो रही थी।