न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Updated Thu, 20 Aug 2020 10:25 AM IST
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (फाइल फोटो)
– फोटो : ANI
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बिहार के डीजीपी ने कहा, ‘ ‘औकात’ का मतलब हैसियत भी होता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करने की रिया चक्रवर्ती की हैसियत नहीं है। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह सुशांत सिंह राजपूत मामले में एफआईआर में एक नामजद आरोपी हैं, यह जांच पहले मेरे अधीन थी और अब सीबीआई के पास है।’
If a political leader comments on Bihar CM, then I am nobody to comment over it. But if an accused makes some baseless comment on Bihar CM then it is objectionable. She should fight the battle legally: Bihar DGP Gupteshwar Pandey (2/2) #SushantSinghRajput https://t.co/XYQud3gK7w
— ANI (@ANI) August 20, 2020
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, ‘अगर कोई राजनीतिक नेता बिहार के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करता है, तो मैं इस पर टिप्पणी करने वाला कोई नहीं होता हूं। लेकिन अगर कोई आरोपी बिहार के मुख्यमंत्री पर कुछ भी बेबुनियाद टिप्पणी करता है तो यह आपत्तिजनक है। उन्हें कानूनी रूप से लड़ाई लड़नी चाहिए।’
इससे पहले बुधवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद बिहार के डीजीपी ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने की औकात रिया चक्रवर्ती की नहीं है। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर माफी मांग ली थी। एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा था कि अगर उनकी बात से कोई तकलीफ हुई है तो वे क्षमा मांगते हैं।
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था, ‘मुझे कोई समझा दे कि इसमें क्या अभद्र है, क्या अमर्यादित है और क्या गैर कानूनी है। मैंने कहा कि उनकी हैसियत नहीं है कि वो बिहार के माननीय मुख्यमंत्री पर रिया चक्रवर्ती कोई अभद्र, अशोभनीय टिप्पणी करें। अगर इससे उनको कोई तकलीफ है। उनको लगता है कि मैंने ये ‘औकात’ शब्द का जो इस्तेमाल किया है, उससे उनकी गरिमा को चोट पहुंची है, तो इसके लिए मुझे क्षमा मांगने में कोई संकोच नहीं है। लेकिन केवल महिला होने की लिबर्टी ये नहीं है कि आप किसी प्रांत के मुख्यमंत्री, वैसा मुख्यमंत्री जो अपनी ईमानदारी के लिए और अपनी इंसाफपसंदी के लिए जाना जाता है, उस पर आप कोई अमर्यादित, अशोभनीय टिप्पणी करें। अगर मेरी बात से कोई तकलीफ है तो क्षमा मांगते हैं।’