Students Took To Twitter To Protest Against Conducting Jee Neet Exam Due To Corona Virus Epidemic – कोरोना महामारी के चलते जेईई, नीट परीक्षा कराने के विरोध में छात्रों ने ट्विटर पर चलाई मुहिम

कोविड-19 महामारी के बीच अगले महीने जेईई और नीट की परीक्षाएं आयोजित कराये जाने पर कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर शुक्रवार को अपनी चिंता प्रकट की। इस बीच विपक्षी दलों के नेताओं ने सितंबर में परीक्षाएं कराने की केंद्र सरकार को अनुमति देने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले की समीक्षा करने की मांग की है।

ट्विटर पर शुक्रवार सुबह से ही ‘छात्र सुरक्षा को लेकर आवाज उठाएं’ जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं और अब तक इस हैशटैग के साथ 22.5 लाख से अधिक पोस्ट किए जा चुके हैं।

अधिकतर छात्रों ने अपने ट्वीट में मौजूदा हालात में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में पेश आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया, तो वहीं कई अन्य छात्रों ने संक्रमण के प्रसार को देखते हुए तनाव का सामना करने की बात कही।

गैर भाजपा शासित छह राज्यों के मंत्रियों ने नीट और जेईई की परीक्षाओं के आयोजन की अनुमति देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश पर पुनर्विचार के लिये शुक्रवार को शीर्ष अदालत में याचिका दायर की।

उच्चतम न्यायालय ने 17 अगस्त को जेईई (मेन) और नीट परीक्षा को स्थगित करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था कि छात्रों के बहुमूल्य शैक्षणिक वर्ष को बर्बाद नहीं किया जा सकता । न्यायालय ने कहा था कि जीवन चलते रहना चाहिए।

एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया, “500 मामले: पूर्ण लॉकडाउन, 75,000 मामले:छात्र परीक्षा देने को मजबूर हैं! छात्र सुरक्षा के लिए आवाज उठाएं।”

एक अन्य ट्वीट के अनुसार,“सरकार को परीक्षार्थियों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की जरुरत है। कोविड-19 और बाढ़ से जूझ रहे छात्र परीक्षा कैसे देंगे, इसे लेकर सरकार को पूरे निर्देश जारी करने चाहिए। न्यायालय को अपने फैसले की समीक्षा करने की जरुरत है।”

एक अन्य छात्र ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।

इन परीक्षाओं का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी ने 13 सितंबर को नीट की परीक्षा आयोजित करने और इंजीनियरिंग कालेजों और संस्थानों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिये एक से छह सितंबर तक जेईई मुख्य परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है।

कांग्रेस नेता शशि थरुर ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर इस मामले में छात्रों का समर्थन किया। कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में अपने घर वापस जा चुके छात्रों ने परीक्षा केंद्र अन्य स्थानों पर होने का हवाला देते हुए परीक्षा स्थगित करने की मांग की।

एक छात्र ने बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसे हुए एक अन्य छात्र का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यह मेरा दोस्त विकास खत्री है जो छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में रहता है। वह नीट की परीक्षा देने वाले हैं और उनके घर में पिछले दो दिनों से बिजली नहीं है और उनका परीक्षा केंद्र 85 किमी दूर है। यह सुविधासंपन्न छात्रों की बराबरी कैसे करेंगे।”

छात्र ने ट्वीट में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ड़ॉ रमेश पोखरियाल निशंक को भी टैग किया।

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