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पठानकोट2 घंटे पहले
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क्रिकेटर सुरेश रैना के पठानकोट निवासी फूफा ठेकेदार अशोक कुमार की फाइल फोटो, क्रिकेटर सुरेश रैना (दाएं)।
- 19 अगस्त की रात पठानकोट जिले के गांव थरियाल में ठेकेदार अशोक के सोए परिवार पर किया था बदमाशों ने हमला
- मृतक अशोक कुमार की पत्नी आशा रानी, मां सत्या देवी और दोनों बेटे कौशल कुमार, अपिन कुमार निजी अस्पताल में भर्ती
पठानकोट में 10 दिन पहले हमले में मारे गए ठेकेदार अशोक कुमार क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा थे। माना जा रहा है कि जब इस घटना के बारे में आईपीएल खेलने दुबई गए सुरेश रैना को पता चला तो वह खिलाड़ियो की लिस्ट से अपना नाम कटवाकर भारत लौट आए। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पा रही है।
उस घटना में घायल होने के बाद जहां सुरेश रैना के फूफा की मौत हो गई थी, वहीं बुआ समेत कई रिश्तेदार अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी बुआ की हालत नाजुक बनी हुई है। दूसरी ओर इस घटना को अंजाम देने के आरोपियों के सुराग को लेकर पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं।
आसपास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश शुरू की
मिली जानकारी के अनुसार, बीती 19 अगस्त की रात को पठानकोट जिले के गांव थरियाल में अज्ञात बदमाशों ने ठेकेदार अशोक के सोए हुए परिवार पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे आसपास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश शुरू की। इस बीच, परिवार के मुखिया अशोक कुमार की मौत हो गई थी।
जबकि आशा रानी (55), मां सत्या देवी (80) और उसके दोनों बेटे कौशल कुमार (32), अपिन कुमार (28) घर में लहूलूहान में बेहोशी की हालत में पड़े मिले। एक प्राइवेट अस्पताल में उपचाराधीन इन लोगों में से आशा रानी की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की तो घर का सामान बिखरा मिला था। लूटपाट की इस घटना के 10 दिन बाद भी जहां पुलिस के हाथ खाली हैं, वहीं अब इसका कनेक्शन क्रिकेट सुरेश रैना के साथ निकल आने के चलते पुलिस की मशक्कत और बढ़ गई है।
पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि घटना को अंजाम देने वालो को जल्द पकड़ा जाएः परिजन
सुरेश रैना के भाई दिनेश रैना ने दैनिक भास्कर को फोन पर कहा कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस बदमाशों को ढूंढ नहीं पाई है। इससे पूरा परिवार और आसपास के लोग सहमे हुए हैं। उन्होंने पंजाब सरकार व पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि घटना को अंजाम देने वालो को जल्द पकड़ा जाए।
उधर एसपी-डी प्रभजोत सिंह विर्क का कहना है कि इस मामले को ट्रेस करने के लिए टेक्निकल तरीके से भी जांच की जा रही है। एसआईटी मामले को ट्रेस करने में लगी है, वहीं पुलिस की तीन टीमें छापेमारी कर रही हैं। जल्द ही मामले को ट्रेस कर लिया जाएगा।
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