हरिद्वार। उत्तराखंड शासन के आदेश पर स्ववित्त पोषित संस्थानों की धोखाधड़ी की जांच कर रही एसआईटी ने एक दर्जन कॉलेजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इन कॉलेजों में फर्जी एडमिशन दिखाकर सरकार की आंखो में धूल झोंकते हुए करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति की धनराशि का गबन किया गया था। एसआईटी के प्रेस नोट में बताया गया है कि बाबू फरीद इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी सुधोवाला चकराता रोड देहरादून ने 3126544 रुपये का गबन किया है।
डीआरपीएमई सहारन यूपी, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पॉलिटेक्निक सुन्दरपुर सहारनपुर डीईसी कॉलेज ऑफ एजुकेशन सहारनपुर यूपी, डीसीईटी सहारनपुर यूपी, डीसीटीसी सुन्दरपुर सहारनपुर यूपी, दून कॉलेज ऑफ लॉ सहारनपुर यूपी, दून कॉलेज ऑफ गणेशपुर सहारनपुर यूपी ने 14880500 रुपये, मोनांड यूनिवर्सिटी हापुड़ ने 10243800 रुपये, श्री राम इंस्टीटयूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज मेरठ यूपी, कालका इंजिनियरिंग कॉलेज मेरठ यूपी, कालका इंस्टीटयूट फॉर रिसर्च ऐंड एडवांस्ड स्टडीज मेरठ यूपी ने 1598400 रुपये, हिमालयन ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन हिमाचल प्रदेश ने 2648700 रुपये, कृष्णा कॉलेज ऑफ लॉ विलेज कमालपुर, छुटमलपुर, सहारनपुर यूपी ने 2052200 रुपये,
ओम संतोष प्राइवेट आईटीआई जनता रोड सहारनपुर ने 2649700 रुपये, स्वामी विवेकानन्द कॉलेज ऑफ एजुकेशन विपेज मतलबपुर, रुड़की, हरिद्वार ने 2483500 रुपये, कॉलेज ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी रुड़की हरिद्वार ने 56167780 रुपये, रुड़की कॉलेज ऑफ एजुकेशन शेरपुर, झबरोड़ा हरिद्वार ने 8278200 रुपये, सरस्वती प्रोफेशनल डिग्री कॉलेज जगजीतपुर, हरिद्वार ने 4142600 रुपये, डीआरपीएमई सहारनपुर यूपी, डीसीई कॉलेज ऑफ एजुकेशन सहारनपुर यूपी, दून कॉलेज ऑफ गणेशपुर सहारनपुर यूपी ने 601150 रुपये की धोखाधड़ी की। सभी के खिलाफ हरिद्वार देहरादून के विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी गई है।
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